शिक्षकों का मसला तो बहाना था पर भाजपा विधायकों का असली निशाना तेजस्वी यादव पर था, जिनके खिलाफ लैंड फाॅर जाॅब घोटाले में चार्जशीट फाइल कर दी गई है. अब भाजपा विधायक तेजस्वी यादव का इस्तीफा मांग रहे थे.
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Bihar Politics: 'आप प्रश्न काल नहीं चलने दीजिएगा. आपलोग जो कर रहे हैं, वो ठीक नहीं कर रहे हैं. प्रश्न काल तो चलने दीजिए.' स्पीकर ये सब भाजपा विधायकों को संबोधित करते हुए बोल रहे थे. भाजपा विधायक शिक्षकों का मसला उठा रहे थे, उनके अनुदान को लेकर सवाल पूछ रहे थे. शिक्षा मंत्री ने जवाब दिया पर विधायक उनके उत्तर से संतुष्ट नहीं हुए. इसके बाद स्पीकर ने कहते रहे- 'आप ऐसी हरकत नहीं करें. आपके प्रश्न का जवाब हो गया है और आप स्थान ग्रहण कीजिए. ऐसा आचरण अशोभनीय है. प्रजातंत्र पर आप कलंक कर रहे हैं. सदन की कार्यवाही 2 बजे दिन तक स्थगित की जाती है.' शिक्षकों का मसला तो बहाना था पर भाजपा विधायकों का असली निशाना तेजस्वी यादव पर था, जिनके खिलाफ लैंड फाॅर जाॅब घोटाले में चार्जशीट फाइल कर दी गई है. अब भाजपा विधायक तेजस्वी यादव का इस्तीफा मांग रहे थे. भाजपा विधायकों का कहना था कि जब चार्जशीटेड मंत्री सरकार में बैठे रहेंगे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलरेंस की बात कैसे बोल सकते हैं. मंगलवार दोपहर बाद 2 बजे जब विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो हंगामा और बड़ा हो गया और सदन में कुर्सियां तक चल गईं. उधर, सरकार में शामिल भाकपा माले के विधायकों ने शिक्षकों की मांग को समर्थन दे दिया, जिससे नीतीश कुमार की सरकार बैकफुट पर आ गई. भाकपा माले विधायक शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग करने लगे.
भाजपा विधायक दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा, माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलरेंस की नीति कहां गई. आपने ही भ्रष्टाचार को लेकर मेवालाल चैधरी, मंजू वर्मा, जीतनराम मांझी से इस्तीफा मांग लिया था तो तेजस्वी यादव को लेकर आपकी भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलरेंस की नीति कहां गई.
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विजय कुमार सिन्हा ने यह भी कहा, माननीय अदालतों ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि चार्जशीटेड व्यक्ति सरकार में नहीं रह सकता लेकिन सत्ता बचाने के लिए मुख्यमंत्री भ्रष्ट मंत्री को बचाने में लगे हैं. सत्ता के लिए जनादेश का अपमान करके चार्जशीटेड मंत्री को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. अपराध और भ्रष्टाचार के मामले में सिद्धांतों से समझौता कर रहे हैं. जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने वाले लोगों को बचाया जा रहा है. चोर दरवाजे से जंगलराज लेकर आ गए और उसे जनता का राज बचा रहे हैं. इस बीच नेपथ्य से नारे लगते हैं- मुख्यमंत्री शर्म करो... मुख्यमंत्री शर्म करो.
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विजय सिन्हा आगे कहते हैं- भ्रष्टाचारी सरकार बिहार का विकास कभी नहीं होने देगी और भाजपा सदन चलने नहीं देगी. मुख्यमंत्री अगर मजबूरी में हैं तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. विकास में लूट और अपराध में छूट भाजपा बर्दाश्त नहीं करेगी. जाहिर है बिहार की राजनीति इस समय बहुत गर्म है. भाजपा हमलावर है तो नीतीश कुमार ने चुप्पी साध ली है. जब भाजपा विधायक तेजस्वी यादव का इस्तीफा मांग रहे थे तो विधानसभा में नीतीश कुमार किसी कागज में खोए हुए थे.