Ranchi Tapovan Temple: झारखंड की राजधानी में स्थित ऐतिहासिक तपोवन मंदिर को अब अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर पुनर्निर्माण कराया जाएगा. इसके लिए आज (शुक्रवार, 9 अगस्त) को भूमि पूजन हो गया है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या के महासचिव चंपत राय के कर-कमलों से इसका अनावरण और भूमि पूजन किया गया. इस कार्यक्रम में झारखंड बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं के साथ झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन भी शामिल हुए. सीएम हेमंत सोरन के साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी कार्यक्रम में आई थीं. इस अवसर पर चंपत राय ने कहा कि मंदिर भारत की परंपराओं को जिंदा रखने का एक माध्यम है. मंदिर में समाज आता है. अपने बच्चों को साथ लेकर भी आता है. 


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उन्होंने कहा कि मंदिर में बिताया गया एक घंटा दिन भर के 23 घंटे की धकान को मिटा देता है. यह समाज के परिणाम से ज्यादा है, इसलिए मंदिर हमारे भारत को भारत की परंपराओं को हमारे जीवन मूल्यों को संरक्षित रखने का एक बड़ा माध्यम हैं, जो महापुरुषों ने दिया है. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन राम जानकी तपोवन मंदिर, निवारणपुर, रांची के नवनिर्माण हेतु प्रस्तावित प्रतिकृति के अनावरण एवं भूमि पूजन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. इस अवसर पर उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की उन्नति, सुख समृद्धि एवं शांति की कामना की.


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इस मंदिर की खास बात यह है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का मॉडल बनाने वाले आर्किटेक्ट आशीष सोनपुरा ने ही तपोवन मंदिर का नया मॉडल तैयार किया है. अब इस मंदिक का पुनर्निर्माण नागर शैली में करीब 14 हजार वर्ग क्षेत्र में होगा. रांची का तपोवन मंदिर भी दक्षिण भारत के मंदिरों की तरह बनकर तैयार होगा, जिसमें श्रद्धालु प्रभु श्रीराम जानकी समेत विभिन्न देवी-देवताओं के दर्शन आसानी से कर सकेंगे. मंदिर का निर्माण 2028-29 तक पूरा कर लिया जाएगा. इस मंदिर के निर्माण में करीब 500 करोड़ खर्च होंगे.


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मंदिर में पूजारी के रहने का प्रबंध, बड़ा रसोईघर, उत्सव के लिए बड़ा हॉल, भंडारा के लिए बड़ा हॉल आदि भी तैयार होगा. बता दें कि रांची का तपोवन मंदिर काफी प्राचीन है, जिसके प्रति लोगों का अटूट विश्वास है. रामनवमी के मौके पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.