CM नीतीश की पोर्न बैन की वकालत को मनोचिकित्सकों ने सराहा, कहा...
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CM नीतीश की पोर्न बैन की वकालत को मनोचिकित्सकों ने सराहा, कहा...

बिहार में बीते साल रेप के मामलों पर गौर करें तो 1375 मामले दर्ज किए गए. अकेले पटना प्रमंडल में 167 मामले दर्ज हुए हैं.

मनोचिकित्सकों ने नीतीश कुमार की पहल को सराहा.

पटना: पटना के मनोचिकित्सक डा सौरभ की मानें तो बच्चे और युवाओं के लिए पॉर्न जरुर बैन होना चाहिए. बिहार के सीएम ने इसकी पहल की है तो ये बेहतर कदम है. दरअसल बच्चों और युवाओं को जब इंटरनेट और मोबाईल के थ्रू पॉर्न साईट्स हाथ लगते हैं तो उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं होती है कि जो भी तथ्य उनके सामने परोसा जा रहा है वो बिलकुल गलत है. वो पॉर्न देखकर अपने शारिरीक अंगो के साथ भी वैसा ही कुछ करने लगते हैं जैसा उन्हें समझ में आता है. जबकि वो उनके लिए नुकसानदेह है. ऐसे में मां बाप को अपने बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान देने की जरुरत है.

वहीं, बच्चियों-महिलाओं के लिए स्वयं सेवी संस्था चलानेवाली शिल्पी भी बिहार के सीएम को उनकी पहल के लिए धन्यवाद देती हैं. शिल्पी बताती हैं कि आज की तारीख में न केवल बच्चियों को बल्कि बच्चों को भी दवा देकर उनके पॉर्न फिल्मस बनाए जा रहे हैं. लोगों के बीच ऐसे पॉर्नस वीडियो की डिमांड भी है. जिसके कारण बच्चे बच्चियों की ट्रैफिकिंग की घटनाएं बढ गयी हैं. सरकार अगर पॉर्न साईट्स पर बैन लगाती है तो ऐसी घटनाओं पर रोक लगने की उम्मीद है.

बिहार में बीते साल रेप के मामलों पर गौर करें तो 1375 मामले दर्ज किए गए. अकेले पटना प्रमंडल में 167 मामले दर्ज हुए हैं. वहीं, शहाबाद प्रमंडल में 107, मगध प्रमंडल में 158, तिरहुत प्रमंडल में 129, मिथिला प्रमंडल में 120 और कोसी प्रमंडल में 80 रेप के मामले दर्ज हुए हैं.

बिहार पुलिस की ओर से जारी आंकडें के मुताबिक पिछले साल 10 हजार 149 किडनैपिंग के मामले दर्ज हुए. इनमें ज्यादतर मामले लडकियों को किडनैप करने से संबंधित हैं. अकेले पटना प्रमंडल में 1709 मामले दर्ज हुए हैं. साहाबाद प्रमंडल में 780 मामले, मगध प्रमंडल में 959 मामले, सारण रेंज में 915 मामले, तिरहुत प्रमंडल में 1448 मामले, चंपारण में 719 मामले दर्ज हुए हैं.