Katihar: बिहार के अस्पतालों में कोरोना संकट काल (Corona Epidemic) में किस तरह से लापरवाही बरती जा रही है, ऐसा ही एक मामला कटिहार के सदर अस्पताल (Katihar Sadar Hospital) में देखने को मिला है.


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सदर अस्पताल में कोरोना निगेटिव शख्स का इलाज कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) बताकर किया गया और फिर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मृतक के बेटे ने बताया कि शनिवार दोपहर वो अपने पिता को लेकर सदर अस्पताल पहुंचा था.


अस्पताल में ऑक्सीजन लेवल चेक करने के बाद मरीज को मधेपुरा कोविड अस्पताल रेफर कर दिया गया. इसके बाद मरीज के बेटा ने तय किया कि वह अपने पिता को लेकर मधेपुरा अस्पताल ना जाकर कटिहार मेडिकल कॉलेज लेकर जाएगा.


इसके बाद बीमार शख्स को लेकर परिवार के लोग दरभंगा मेडिकल कॉलेज पहुंच गए. मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने मरीज को देखने के बाद कोरोना जांच के लिए मरीज को फिर से सदर अस्पताल भेज दिया. 


सदर अस्पताल में मरीज का एंटीजन टेस्ट किया गया लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही मरीज का कोरोना संक्रमित बताकर इलाज किया जाने लगा. करीब 13 घंटे इलाज के बाद मरीज की मौत हो गयी.


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मरीज की जान जाने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को जो रिपोर्ट सौंपी. उसको देखकर परिजनों के होश उड़ गये क्योंकि रिपोर्ट कोरोना निगेटिव थी.इसके बाद परिवार के लोगों ने हंगामा करना शुरू किया.


परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. इस मामले में अस्पताल प्रशासन अब अपनी सफाई देने में लगा है. ऐसे में सवाल उठता है कि कोरोना काल में अस्पताल में इतनी बड़ी लापरवाही का जिम्मेदार कौन है?