आम से आमदनी का पाठ, किसानों की आय बढ़ाने में जुटी रघुवर सरकार
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आम से आमदनी का पाठ, किसानों की आय बढ़ाने में जुटी रघुवर सरकार

रघुवर सरकार झारखंड में किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्हें आधुनिक खेती के साथ साथ बागवानी से भी जोड़ रही है.

बिरसा मुंडा आम बागवानी योजना के तहत किसानों को पौधे दिए जा रहे हैं.

रांची: रघुवर सरकार झारखंड में किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्हें आधुनिक खेती के साथ साथ बागवानी से भी जोड़ रही है. बिरसा मुंडा आम बागवानी योजना के तहत किसानों को पौधे दिए जा रहे हैं. साथ ही मनरेगा के तहत लोगों को काम भी मिल रहा है. किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रघुवर सरकार झारखंड में बिरसा मुंडा आम बागवानी योजना चला रही है. इसके तहत किसानों को आम के पौधे दिए जा रहे हैं. गिरिडीह के सदर प्रखंड के बंदरकुपी में स्थानीय किसान के एक एकड़ जमीन पर 112 आम के पौधे लगाए गए. इस योजना के तहत जो भी किसान अपने जमीन पर आम के पौधे लगाना चाहते हैं. उन्हें सरकार नि:शुल्क पौधे उपलब्ध करा रही है. साथ ही पौधों की देखभाल तीन साल तक सरकार करेगी. 

लाभार्थी किसान का कहना है कि बिरसा मुंडा आम बागवानी योजना मनरेगा के द्वारा चलाई जा रही है जो महत्वपूर्ण योजना है. इस योजना से गरीबों का पालन-पोषण भी होगा. यदि किसान 4 साल मेहनत कर लेंगे तो श्रेय किसान को जाएगा, जितनी भी आमदनी रहेगी उसका लाभ मिलेगा. पौधारोपण से हरियाली के साथ-साथ पर्यावरण का संरक्षण हो रहा है. पौधरोपण के लिए गड्ढा खोदने का काम मनरेगा के जरिये कराया जा रहा है जिससे गांववालों को रोजगार भी मिल रहा है. 

 

 

बिरसा मुंडा आम बागवानी योजना से जो भूमि बंदर पड़ी है जहां वर्षों से खेती नहीं हुई है. उसमें आद का पौधा लगाने की योजना चलाएंगे जिससे किसानों को लाभ मिलेगा. आने वाले दिनों में किसान आत्मनिर्भर होंगे. आम बेचकर अपनी आमदनी बढ़ाएंगे. सरकार की कोशिश है कि बागवानी मिशन में हर पंचायत के किसानों की भागीदारी हो. किसान अपने बागवानी में 100 दिनों का काम मनरेगा के तहत कर सकता है और एक एकड़ में आम की बागवानी कर कम से कम 15 से 20 हजार सालान कमा भी सकता है. 

(Exclusive Feature)