Ranchi: झारखंड में कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर का कहर धीरे-धीरे थमने लगा है. हालांकि, खतरा पूरी तरह से टला नहीं है. ऐसे में अब दूसरा खतरा सताने लगा है. कोरोना की मार से उभरने की तैयारी कर रहे राज्य को अब एक नए संकट ने सहमा दिया है.


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दरअसल, जैपनीज एन्सेफेलाइटिस (Japanese encephalitis) की दस्तक ने राज्य वासियों की चिंता बढ़ा दी है. अब तक जैपनीज एन्सेफेलाइटिस यानी चमकी बुखार के करीब 9 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. ये मरीज रांची, रामगढ़, हजारीबाग और लातेहार में मिले हैं.


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वहीं, जापानी इंसेफेलाइटिस यानी चमकी बुखार को लेकर झारखंड का सबसे बड़ा अस्पताल पूरी तरह से तैयार है, रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ डीके सिंह ने बताया कि रिम्स में अभी तक एक भी जापानी इंसेफलाइटिस के मरीज की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन यहां इसकी जांच और इलाज की  व्यवस्था है.


बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर में भी एईएस यानी की चमकी बुखार ने काफी तबाही मचाई थी. साल 2018 में चमकी बुखार के कारण वहां सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई थी.