रेलवे की फर्जी वेबसाइट बनाकर नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी
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रेलवे की फर्जी वेबसाइट बनाकर नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी

रेलवे में नौकरी देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह ने लोगों से करोड़ों रुपये ठग लिए. गिरोह ने रेलवे विकास निगम की एक फर्जी वेबसाइट बनाई और नौकरी दिलाने के नाम पर हजारों युवकों से ऑनलाइन पैसे लिए.

फर्जी वेबसाइट बनाकर नौकरी के नाम पर लोगों से ठग लिए पैसे. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

रांची: रेलवे में नौकरी देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह ने लोगों से करोड़ों रुपये ठग लिए. गिरोह ने रेलवे विकास निगम की एक फर्जी वेबसाइट बनाई और नौकरी दिलाने के नाम पर हजारों युवकों से ऑनलाइन पैसे लिए. बिहार-झारखंड के युवक भी इन ठगों के झांसे में आ गए और उसकी वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन पैसे देकर ठगी का शिकार हो गए.

  1. रेलवे में नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी
  2. फर्जी वेबसाइट के जरिए बनाया शिकार
  3. देश के अन्य राज्यों में भी सक्रिय है गिरोह

रेलवे विकास निगम को जब इस बात की जानकारी मिली तब निगम ने फर्जी वेबसाइट पर कार्रवाई करने के लिए सीबीआई को पत्र लिखा. इसके बाद सीबीआई दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा ने वेबसाइट के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मंगलवार को मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी है.

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अन्य राज्यों में भी सक्रिय है गिरोह
देश के कई राज्यों में रेलवे की फर्जी वेबसाइट बनाने वाले गिरोह सक्रिय हैं. इससे पहले कोलकाता, बिहार, यूपी से इस तरह के गिरोह के सदस्यों को पकड़ा जा चुका है. 2017 के जून में बिहार के आरा निवासी एक दंपत्ती ने रेलवे में नौकरी के नाम पर पटना, जहानाबाद, गया, धनबाद और आरा के दर्जनों लोगों से तीन करोड़ रुपये ठग लिए थे. दंपती फर्जी वेबसाइट पर रेलवे का रिजल्ट भी जारी करते थे और लोगों से पैसा लेकर उन्हें नियुक्तिपत्र भी देते थे. जब लोगों को उसकी ठगी के बारे में पता चला तो दोनों फरार हो गए और वेबसाइट भी बंद कर दिए.

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शक ना हो इसके लिए ट्रेनिंग सेंटर भी चल रहा था
2016 के मई में एसटीएफ ने लखनऊ से रेलवे में नौकरी देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के नौ सदस्यों को गिरफ्तार किया था. ठगों का यह गिरोह तो ट्रेनिंग सेंटर भी खोल रखा था और नियुक्तिपत्र देने के बाद फर्जी ट्रेनिंग भी देता था, जिससे किसी अभ्यर्थी को कोई संदेह नहीं हो सके. बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपये लेकर पूरे देश में रेलवे में नौकरी देने का आश्वासन देता था.

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