Hazaribagh: विवादों में कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद, थाने से जब्त गाड़ियां छुड़वाने का आरोप, केस दर्ज
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Hazaribagh: विवादों में कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद, थाने से जब्त गाड़ियां छुड़वाने का आरोप, केस दर्ज

हजारीबाग के बड़कागांव की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद (MLA Amba Prasad) विवादों में आ गई हैं. कांग्रेस विधायक पर हजारीबाग कटकमदाग थाने से जब्त किए गए अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों को छुड़वाने का आरोप लगा है.

विवादों में विधायक अंबा प्रसाद (फाइल फोटो)

Hazaribagh: हजारीबाग के बड़कागांव की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद (MLA Amba Prasad) विवादों में आ गई हैं. कांग्रेस विधायक पर हजारीबाग कटकमदाग थाने से जब्त किए गए अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों को छुड़वाने का आरोप लगा है. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ट्रैक्टर मालिकों समेत कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. इस बात की पुष्टि हजारीबाग के SP कार्तिक एस ने की है.

दरअसल, मामला बालू के अवैध उत्खनन को लेकर है. आरोप है कि अवैध बालू ट्रैक्टरों पर पुलिस (Police) ने जब कार्रवाई की तो विधायक ने अपने रसूख का इस्तेमाल कर थाने से गाड़ियों को छुड़ा लिया. 

जानकारी के अनुसार फतहा इलाके में पुलिस ने बालू से लदे 8 ट्रैक्टर जब्त किए थे. थाने में ट्रैक्टर खड़े होने की खबर मिलते ही विधायक अंबा प्रसाद थाने पहुंचीं और थानेदार पर गाड़ियों को छोड़ने का दबाव बनाया, लेकिन थानेदार के मना करने पर बात बढ़ गयी. बहस के बीच 6 ट्रैक्टर चालक अपनी गाड़ियां लेकर थाने से लेकर भाग गए. इस दौरान थाने में काफी देर तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. करीब 2 घंटे थाने में बैठने के बाद विधायक अंबा प्रसाद भी वहां से निकल गई.

मामले पर बोलते हुए बाद में कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली थी कि पुलिस ट्रैक्टर चालकों से बालू के लिए पैसे वसूल रही है और जनप्रतिनिधि के नाते वह थाने मामले को देखने पहुंची थी. 

वहीं इस मामले के दौरान अंबा प्रसाद के निजी ड्राइवर ने पुलिस पर मारपीट और गाड़ी की चाबी छिनने का आरोप लगाया है. मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण इस पर सियासत भी हो रही है. आरोप सत्ता पक्ष से जुड़े विधायक पर लगा है. लिहाजा विपक्ष को हमले का मौका मिल गया है. बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के मुताबिक सरकार में बैठे लोग, सांसद, विधायक थाने से गाड़ी तक छुड़ा ले जाते हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी रह जाती है, जबकि विपक्षी दल सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हैं, यहां तक की ट्वीट भी करते हैं तो उनके खिलाफ केस कर दिया जाता है.

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इस मामले में AJSU नेता रोशनलाल चौधरी ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की झारखंड में ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि थाने जाकर सत्ता दल की विधायक थानेदार से बहस की हो और जबरन गाड़ियां छुड़ाकर ले गया हो. 

वहीं, जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडेय ने आरोप लगाया कि अभी भी थानों में कुछ ऐसे पुलिसकर्मी पदस्थापित हैं, जिन्हें पिछली सरकार में लूट की छूट मिली हुई थी. अगर ऐसे थानों से उगाही की बात सामने आएगी, तो जनप्रतिनिधि तो वहां जाएगा ही. मनोज पांडेय ने बीजेपी पर भी हमला बोलते हुए कहा की आईना गंदा हो तो चेहरे का भी गंदा नज़र आना स्वभाविक है.

 

 

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