Ramnavmi 2021: रामनवमी के मौके पर फिर टूटी परंपरा, नहीं निकलेगी महावीरी झंडा के साथ शोभायात्रा
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Ramnavmi 2021: रामनवमी के मौके पर फिर टूटी परंपरा, नहीं निकलेगी महावीरी झंडा के साथ शोभायात्रा

Jharkhand Ramnavmi 2021: रामनवमी के दिन दूसरी बार यहां रामनवमी की झांकी नहीं पहुंच रही है. 

 रामनवमी के मौके पर फिर टूटी परंपरा. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Ranchi: आज पूरे देश में रामनवमी (Ramnavmi 2021) का महोत्सव मनाया जा रहा है. लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से रामनवमी के अवसर पर भव्य शोभायात्रा नहीं निकला जाएगी. वहीं, रांची के सभी राम मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाया गया है. साथ हीं, रामनवमी (Ramnavmi) को लेकर बाजारों में बांस और झंडे की बिक्री मंगलवार को खूब हुई.  

इधर, कोरोना संक्रमण के बावजूद भी बाजारों में लोग पूजा के लिए पूजन सामग्री खरीदते दिखे. जबकि तपोवन स्थित राम मंदिर, चुटिया स्थित राम मंदिर और मेन रोड स्थित राम मंदिर को भी आकर्षक तरीके से सजाया गया है. बता दें कि तपोवन मंदिर के 282 वर्षों के इतिहास में यह दूसरा मौका है कि रामनवमी के दिन दूसरी बार यहां रामनवमी की झांकी नहीं पहुंच रही है. इसी वजह से रामनवमी के मौकै पर मंदिरों में रौनक नहीं दिख रही है. 

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जानकारी के अनुसार, राम भक्त हनुमान के प्राचीन तपोवन मंदिर (Tapovan Temple) का इतिहास रामनवमी के अवसर पर कई दशक पुराना है. उत्तर से मध्य भारत में रामनवमी के दिन राम की पूजा अर्चना की जाती है. लेकिन झारखंड में रामनवमी के दिन राम भक्त हनुमान की  पूजा ही नहीं बल्कि कई जगहों पर विशाल महावीरी झंडा के साथ शोभायात्रा व जुलूस निकाले जाते हैं. यहां पहली बार 1929 में उस झंडे की पूजा हुई थी और उस झंड़े को महावीर चौक के प्राचीन हनुमान मंदिर से वहां ले जाया गया था और बडे़ धूमधाम से रामनवमी का उत्सव मनाया गया था. 

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