रांची:  रांची के ओरमांझी में फुटबॉल खेलने वाली दर्जनों लड़कियां शनिवार दोपहर भारत रत्न पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और उनकी पत्नी अंजली तेंदुलकर को अपने बीच पाकर खुशी से उछल पड़ीं. ये लड़कियां 'युवा' नामक संस्था की ओर से फुटबॉल का प्रशिक्षण लेती हैं. इनमें से कई लड़कियों ने फुटबॉल में नेशनल-इंटरनेशनल स्तर पर जगह बनाई है. अब 'सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन' ने भी फुटबॉलर तैयार करने वाली इस संस्था को प्रमोट करने का जिम्मा उठाया है. सचिन तेंदुलकर ने कहा कि झारखंड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. जरूरत इस बात की है कि उन्हें लगातार तराशा जाए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शनिवार को ओरमांझी के ग्रामीण मैदान में फुटबॉल टूर्नामेंट खेलने के लिए इकट्ठा हुए इन लड़कियों को खबर नहीं दी गई थी कि सचिन खुद यहां आने वाले हैं. ऐसे में जब वह दोपहर अपनी पत्नी अंजली के साथ जैसे ही यहां पहुंचे, पूरे इलाके में तेजी से खबर फैली. फुटबॉलर लड़कियों के साथ-साथ इलाके के सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए. मास्टर ब्लास्टर ने भी किसी को निराश नहीं किया. उन्होंने बच्चों, लड़कियों और लोगों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं. अंजली ने भी गांव के छोटे बच्चों को गोद में लेकर दुलारा. बाद में उन्होंने युवा स्कूल के बच्चों के साथ मिलकर झारखंडी भोजन मडुवा-रोटी का भी स्वाद चखा. उन्होंने फुटबॉल खेलने वाली लड़कियों का हौसला बढ़ाया.


सचिन तेंदुलकर ने कहा कि झारखंड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. जरूरत इस बात की है कि उन्हें लगातार तराशा जाए. वे देश का नाम रोशन करेंगे. ओरमांझी से लौटने के बाद सचिन तेंदुलकर ने चुनाव आयोग के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर रांची में मतदाताओं से वोटों के इस्तेमाल की अपील की. उन्होंने कहा कि एक-एक वोट महत्वपूर्ण है, इसलिए हर व्यक्ति वोट करने जरूर जाए.


इनपुट - आईएएनएस


ये भी पढ़िए- Bihar News: ड्रग्स का कारोबार करने वाले तीन धंधेबाजों को पुलिस ने किया गिरफ्तार