Pitru Paksha: अभी पितृ पक्ष चल रहा है. लोग पितरों की आत्मा की शांति, 84 लाख योनियों से उनकी मुक्ति, मोक्ष और उनका आशीर्वाद पाने के लिए इस पक्ष में श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान जैसे कर्माकांड करते हैं. इस दौरान गरीबों को, कुत्तों, गायों, कौवे को खाना भी खिलाया जाता है. ताकि पितरों की हमेसा कृपा बनी रहे. इस अवधि को श्राद्ध पक्ष के रूप में भी जानते हैं. ऐसे में इस दौरान कई तरह के लोगों को परेशान करने से साफ मना किया जाता है नहीं तो पितरों की नाराजगी और कोप झेलनी पड़ती है. 


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पितृ पक्ष के दौरान भूलकर भी भीख मांगने वाले, गरीब या भिखारियों का कभी अपमान नहीं करना चाहिए. भिखारी को इस दौरान खाना खिलाने के साथ ही उसे कुछ जरूरत का सामान देकर विदा करना चाहिए. ऐसा करने से घर में हमेशा खुशहाली बनी रहती है. बताया जाता है कि भिखारी आपके पूर्वजों की आसपास उपस्थिति का बोध कराते हैं. ऐसे में जितना संभव हो भिखारी की मदद करनी चाहिए. इससे खुशहाली के साथ आर्थिक उन्नति भी मिलती है. 


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वहीं गरीबों को भी पितृ पक्ष के दौरान कभी नहीं सताना चाहिए. ऐसा करने से आपके पूर्वज नाराज होते हैं. ऐसा करने से आपके घर की समृद्धि रूक जाती है, साथ ही आप किसी बड़े नुकसान के भागी बन जाते हैं. साथ ही आपके जीवन में पितृ दोष भी लग सकता है. पितृ पक्ष पर जानवरों खासकर गायों और कुत्तों को नहीं सताना चाहिए, इसको लेकर कहा जाता है कि जानवरों के आस-पास पितर मौजूद होते हैं. जो आपके गलत व्यवहार से नाराज हो सकते हैं. 


वहीं पितृ पक्ष के दौरान घर में आए अतिथियों का भी कभी अपमान नहीं करना चाहिए, ये पितृ पक्ष के दौरान आपके पूर्वजों के प्रतीक के रूप में आपके पास आते हैं. ऐसे में इस दौरान आए मेहमानों को भोजन अवश्य कराना चाहिए. घर के बड़े बुजुर्गों को भी इस दौरान सताना नहीं चाहिए. उनका सम्मान करने से आपके ऊपर पितरों की कृपा दृष्टि बनी रहती है.