रांची: राज्य में धड़ल्ले से चल रहा है मिठाईयों में मिलावट का खेल, जांच में हुआ बड़ा खुलासा
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रांची: राज्य में धड़ल्ले से चल रहा है मिठाईयों में मिलावट का खेल, जांच में हुआ बड़ा खुलासा

दरअसल राज्य में अप्रैल से अगस्त तक दूध से बनी मिठाइयों के सैंपल लिए गए थे. इसमें ज्यादातर सैंपल फेल साबित हुए. 

पूरे राज्य में बेची जा रही है नकली मिठाइयां.

रांची: राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में धड़ल्ले से मिलावट का खेल चल रहा है. राज्य जांच प्रयोगशाला ने अपनी जांच रिपोर्ट में चौकाने वाला खुलासा किया है. जांच में 80 फ़ीसदी मिठाईयां मिलावटी पाई गई हैं.

दरअसल राज्य में अप्रैल से अगस्त तक दूध से बनी मिठाइयों के सैंपल लिए गए थे. इसमें ज्यादातर सैंपल फेल साबित हुए. कई मिठाइयों में खतरनाक रसायन पाए गए जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हैं. साथ ही यह केमिकल कैंसर समेत कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं.

वहीं, दीपावाली के दौरान भी खाद्य सुरक्षा विभाग ने शहर के विभिन्न मिठाई दुकानों में छापेमारी की. विभाग ने छापेमारी के दौरान दुकानों से मिठाई के सैंपल जांच के लिए भेज दिए.

हालांकि, इनकी रिपोर्ट अभी तक तो नहीं आई है. लेकिन जो रिपोर्ट अब तक सामने आई है, उसमें बहुत ही चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. क्योंकि मिलावट को तीन स्तर पर रखा जाता है.

खाद्य पदार्थ निम्न स्तर का मिला तो, उसे सब्सटेंडेड कैटेगरी में रखा जाता है और 50 हजार तक जुर्माना लग सकता है. वहीं, दूसरे ब्रांड के नाम से बेचने और एक्सपायरी डेट का होने पर मिस ब्रांडिंग कैटेगरी में रखा जाता है और तीन लाख तक का जुर्माना लग सकता है.

इसको अगर इसको खाने से जान चली जाए, यह स्वास्थ खराब हो तो, इसमें जुर्माना के साथ सजा का भी प्रावधान है.

वहीं, खाद सुरक्षा विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद लोगों में इन मिठाई दुकानों के खिलाफ खासी नाराजगी है.

लोगों का कहना है कि भरोसे के साथ पूरे पैसे देकर खरीदारी करते हैं. लेकिन फिर भी अगर मिठाइयों में मिलावट है तो, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि यह कार्रवाई ऐसे मिलावटखोरों पर दहशत बना सके.

बहरहाल अब तक की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. लेकिन देखना होगा कि आखिर विभाग इन मिलावटखोरों पर कब और कैसे कार्रवाई करता है, ताकि मिलावटखोरों पर आगे से अंकुश लगाया जा सके.