बिहार: RJD विधायकों में नहीं है एकजुटता? विधानसभा में आपस में ही उलझते दिखे
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बिहार: RJD विधायकों में नहीं है एकजुटता? विधानसभा में आपस में ही उलझते दिखे

शक्ति यादव ने प्याज की कीमतों को लेकर सवाल किया, जिसका जवाब सरकार की ओर से मंत्री मदन सहनी ने दिया. इस दौरान शक्ति यादव अपने दल के विधायकों को शांत रहने की अपील करते रहे. 

बिहार: RJD विधायकों में नहीं है एकजुटता? विधानसभा में आपस में ही उलझते दिखे

पटना: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Winter Session) के दौरान विपक्ष भले ही आक्रमक मुद्रा में दिखा, लेकिन दो बार ऐसी स्थिति बनी, जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक अपने ही दल के खिलाफ जाते दिखे. गुरुवार को सदन के अंतिम दिन प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने संयुक्त रूप से बेरोजगारी को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी और वेल में आ गये.

इसी दौरान शक्ति यादव ने प्याज की कीमतों को लेकर सवाल किया, जिसका जवाब सरकार की ओर से मंत्री मदन सहनी ने दिया. इस दौरान शक्ति यादव अपने दल के विधायकों को शांत रहने की अपील करते रहे. 

शक्ति यादव आरजेडी के विधायक हैं, जो नालंदा जिले से चुनकर आए हैं. उन्हें आरजेडी के तेज-तर्रार नेताओं में माना जाता है, लेकिन गुरुवार को जिस तरह से दल के खिलाफ शक्ति यादव गये. उसको लेकर दल के अंदर ही उनपर सवाल उठने लगे. 

मनेर से विधायक भाई वीरेंद्र से जब इससे संबंधित सवाल किया गया, तो उन्होंने जानकारी नहीं होने की बात कही. साथ ही ये भी कहा कि अगर ऐसा हुआ है, तो गलत हुआ है, क्योंकि हमारे दल ने बेरोजगारी पर कार्यस्थगन दिया था, जिस पर सदन के अन्य काम रोक कर बहस कराने की मांग हम लोग कर रहे थे, जिसे सरकार नहीं मान रही थी, जिसकी वजह से हम लोग वेल में चले गये थे. 

कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने भी शक्ति यादव की ओर से सवाल पूछे जाने को गलत बताया और कहा कि अगर विपक्ष ये फैसला लिया था, तो शक्ति यादव को उसके साथ रहना चाहिये. इससे पहले बुधवार को सदन में दूसरी पाली में सदन के वॉकआउट को लेकर राजद के विधायकों में मतभेद दिखा था. शिक्षा विभाग के अनुपूरक बजट पर सरकार का जवाब हो रहा था, उस समय राजद के चीफ व्हिप ललित यादव वॉकआउट करना चाहते थे, लेकिन सदन में आरजेडी के उपनेता अब्दुलबारी सिद्दीकी सरकार का जवाब कुछ देर तक सुनना चाहते थे, लेकिन ललित यादव इसके लिए तैयार नहीं हुये और उन्होंने अब्दुलबारी सिद्दीकी के अनुरोध को अनदेखा करते हुये वॉकआउट कर दिया. इसकी चर्चा बाद में सरकार की ओर से भी किया गया.