सुशील मोदी के आरोप पर RJD का पलटवार, 'पहले ब्रजेश ठाकुर से रिश्ते के बारे में बताएं'
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सुशील मोदी के आरोप पर RJD का पलटवार, 'पहले ब्रजेश ठाकुर से रिश्ते के बारे में बताएं'

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के बयान पर सियासत तेज हो गई है. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) विधायक भाई वीरेंद्र ने सुशील मोदी पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा पहले ब्रजेश ठाकुर से रिश्ते के बारे में बताएं. 

सुशील मोदी के आरोप पर बिहार में सियासत तेज. (फाइल फोटो)

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के बयान पर सियासत तेज हो गई है. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) विधायक भाई वीरेंद्र ने सुशील मोदी पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा पहले ब्रजेश ठाकुर से रिश्ते के बारे में बताएं. 

ज्ञात हो कि सुशील मोदी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के दोनों बेटों और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को लेकर खुलासा किया है. सुशील मोदी ने कहा है कि तेजस्वी यादव और तेज प्रताप छेड़खानी को लेकर भीड़ से 2008 में पिट चुके हैं.

मुजफ्फरपुर के बहाने सुशील मोदी पर आरजेडी का हमला
सुशील मोदी के आरोप पर आरजेडी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भाई वीरेंद्र ने कहा कि बिहार की जनता मुजफ्फरपुर से आईएएस, आईपीएस और सफेदपोश को सौंपी जाती थी लड़कियां. साथ ही करोड़ों रुपए की राशि प्रत्येक महीने बिहार सरकार के फंड से ब्रजेश ठाकुर को दिया जाता था. आरजेडी एमएलए ने कहा कि मोदी अपनी बात छुपाने के लिए अनर्गल बयान देते रहते हैं.

सुशील मोदी के बचाव में उतरी बीजेपी
वहीं, आरजेडी के आरोप पर बीजेपी सुशील मोदी के बचाव में उतर गई है. बीजेपी नेता और पीडब्ल्यूडी मंत्री विनोद नारायण ने कहा कि सुशील मोदी द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद नहीं होते हैं. तथ्यों के आधार पर ही सुशील मोदी बाते करते हैं. आरजेडी के नेता बस गाली-गलौज करते हैं, उनका यही संस्कार है.

सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि एक जनवरी 2008 को दिल्ली के अशोका होटल, कनॉट प्लेस और महरौली फार्म हाउस पर एक ही दिन में तीन स्थानों पर नव वर्ष की पार्टियों में लड़कियों पर फब्तियां कसने और उनसे छेड़छाड़ करने के चलते अज्ञात लोगों ने लालू प्रसाद के दोनों बेटों पर हमला कर दिया था. इस घटना में जख्मी तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव का अस्पताल में प्राथमिक उपचार भी चला था. उस समय दोनों भाइयों का बचाव करने वाले निजी सुरक्षा अधिकारी की सर्विस रिवाल्वर गायब हो गई थी. परिवारवादी पार्टी ने 9 साल बाद दोनों को नेता मान लिया गया. सीनियर नेता किनारे लगा दिए गए.