बिहार: कांग्रेस के बयान पर RJD का तंज, शिवानंद बोले- पार्टी का क्या है जनाधार
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बिहार: कांग्रेस के बयान पर RJD का तंज, शिवानंद बोले- पार्टी का क्या है जनाधार

शिवानंद तिवारी ने कहा कि बिहार में कांग्रेस का क्या जनाधार है. दिल्ली में अकेले तो लड़े, किस तरह का नतीजा आया है, यह सबके सामने है.

शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है.

पटना: बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं. उससे पहले राज्य में सियासी घमासान अपने परवान चढ़ चुका है. मंगलवार को कांग्रेस द्वारा यह कहकर सियासी भूचाल मचा दिया गया कि वो बिहार की सभी सीटों पर अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. इसके बाद, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) हमलावर हो गई.

दिल्ली के नतीजे सबके सामने
आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ ले, किसने मना किया है. उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस का क्या जनाधार है. दिल्ली में अकेले तो लड़े, किस तरह का नतीजा आया है, यह सबके सामने है.

राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस बड़ी पार्टी
शिवानंद तिवारी ने कहा कि महागठबंधन (Mahagathbandhan) में राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस (Congress) बड़ी पार्टी है, ये हम मानते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का बिहार में अपना जनाधार नहीं है. साथ ही महागठबंधन में जो भी पार्टी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) का नाम ले रहा है, कांग्रेस के नेता उस पर निशाना साध रहे हैं.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं की यह समस्या रही है. दरअसल, बिहार के प्रभारी सचिव अजय कुमार ने मंगलवार को 19 जिलाध्यक्षों के साथ बैठक की. इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा भी मौजूद थे.

कांग्रेस को मजबूत करना लक्ष्य
इस दौरान अजय कपूर ने कहा कि उनका मकसद बिहार में कांग्रेस को मजबूत करना है. कांग्रेस बिहार में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. इतना ही नहीं, बैठक में शामिल हुए कांग्रेस के ज्यादातर जिला प्रमुखों ने भी कुछ ऐसी ही इच्छा जताई है.

जिलाध्यक्षों ने कहा कि कांग्रेस की लोकप्रियता बढ़ रही है. गठबंधन के कारण कांग्रेस को नुकसान होता है. जिला प्रमुखों ने आगे कहा कि हम चुनाव के लिए तैयारी करते हैं, लेकिन सीट किसी दूसरे को चली जाती है, जिसके कारण हमारे कार्यकर्ता भी शिफ्ट कर जाते हैं. ऐसे में अकेले चुनाव लड़ना बेहतर विकल्प है.