शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार के फैसले का आरजेडी ने किया स्वागत, कांग्रेस ने बताया खोट
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शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार के फैसले का आरजेडी ने किया स्वागत, कांग्रेस ने बताया खोट

नीतीश कुमार ने अवैध शराब बिक्री को लेकर कड़ा फैसला लिया है. जिसमें अब शराब को लेकर पुलिस पर भी गाज गिर सकती है. 

नीतीश कुमार ने अवैध शराब बिक्री को लेकर कड़ा फैसला लिया है. (फाइल फोटो)

पटनाः बिहार में अवैध शराब बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर से कड़े फैसले लिए हैं. हालांकि, इस फैसले पर बिहार में राजनीति शुरू हो गई है. जहां एक ओर आरजेडी ने नीतीश कुमार के फैसले का स्वागत किया है. वहीं, कांग्रेस ने इसे सरकार का खोखला फैसला बताया है. 

आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने अवैध शराब बिक्री को लेकर कड़ा फैसला लिया है. जिसमें अब शराब को लेकर पुलिस पर भी गाज गिर सकती है. फैसले में कहा गया है कि उन थानेदारों की थानेदारी 10 साल तक छीन ली जाएगी, जिनके इलाके में अवैध शराब की बिक्री होती है. हालांकि, कांग्रेस को सरकार के फैसले में खोट दिखता है. 

मद्य निषेध की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कड़े तेवर फिर देखने को मिले, उन्होंने बिहार में पूर्ण शराबबंदी के संकल्प को दोहराया और कहा कि जो लोग इसमें बाधा बन रहे हैं, उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिये. अगर किसी थाना क्षेत्र में अवैध शराब बिकते हुये पायी जाती है, तो उस इलाके के थानेदार को 10 साल तक फील्ड की पोस्टिंग नहीं मिलेगी. पक्ष के साथ विपक्ष भी सरकार के फैसले का स्वागत कर रहा है. 

हालांकि सरकार के फैसले पर कांग्रेस नेताओं को यकीन नहीं हो रहा है. कांग्रेस का कहना है कि शराबबंदी के बाद भी कानून का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है. तो ऐसे में इस फैसले पर भी कार्रवाई होगी की नहीं पता नहीं.

2016 में शराबबंदी के बाद से ही सरकार की ओर से अवैध धंधेबाजों के खिलाफ अभियान चला रही है. इसके लिए सरकारी स्तर पर लगातार समीक्षा होती है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अधिकारियों को निर्देश देते हैं, लेकिन सच्चाई ये भी है कि बड़े पैमाने पर अवैध शराब पकड़ी भी गयी है. अगर आकड़ों की बात करें, तो राजधानी पटना में अप्रैल, मई में ही लगभग 27 हजार लीटर शराब जब्त की जा चुकी है.