कर्नाटक चुनावों के बीच ये नई पार्टी बन गई, क्‍या आपका ध्‍यान इसकी तरफ गया?
Advertisement

कर्नाटक चुनावों के बीच ये नई पार्टी बन गई, क्‍या आपका ध्‍यान इसकी तरफ गया?

शरद यादव के समर्थकों ने 18 मई को अपनी नई पार्टी 'लोकतांत्रिक जनता दल'(लोजद) का गठन किया. शरद यादव इस पार्टी के संरक्षक बनाए गए हैं.

शरद यादव को लोकतांत्रिक जनता दल का संरक्षक बनाया गया है.(फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: पिछले सप्‍ताह जब पूरा देश कर्नाटक चुनावों के बाद उपजे सियासी ड्रामे पर निगाहें जमाए था, उसी दौरान दिल्‍ली में एक पार्टी का गठन हो गया लेकिन उसकी ज्‍यादा चर्चा नहीं हो पाई. राजग को सत्ता से बेदखल करने के लिए गैर...बीजेपी दलों का गठबंधन बनाने और समाजवाद की राजनीति को आगे बढ़ाने के मकसद से जदयू के बागी नेता शरद यादव के समर्थकों ने 18 मई को अपनी नई पार्टी 'लोकतांत्रिक जनता दल'(लोजद) का गठन किया. शरद यादव इस पार्टी के संरक्षक बनाए गए हैं. शरद यादव इस पार्टी के सदस्य नहीं है क्योंकि वह नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जदयू के साथ चुनाव चिन्ह की कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं.

  1. जदयू के बागी गुट ने लोकतांत्रि‍क जनता दल का गठन किया
  2. इस पार्टी का संरक्षक शरद यादव को बनाया गया है
  3. फिलहाल जदयू के चुनाव चिन्‍ह का मामला कोर्ट में लंबित है

असली जदयू पर बहस जारी
जदयू से बगावत करने वाले शरद यादव हालांकि इस पार्टी के नाम और चुनाव चिन्‍ह पर दावा ठोंकते रहे हैं. फिलहाज ''असली जद यू कौन है'' का मामला अदालत में लंबित है. इस संबंध में शरद यादव के समर्थकों का कहना है कि जब नीतीश कुमार के नेतृत्‍व वाले जदयू ने पिछले साल राजग में शामिल होने का फैसला किया तो पार्टी के एक धड़े ने उसका विरोध किया था. उस धड़े ने चुनाव आयोग से संपर्क किया और दलील दी कि वह असली जदयू है, न कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला धड़ा.

PM मोदी को हराने के लिए क्‍या कर्नाटक से विपक्ष को मिल गया ब्रह्मास्‍त्र?

इसलिए शरद यादव के समर्थक अरुण श्रीवास्‍तव ने कहा, ''हम नेता हैं और चुनाव लड़ने के लिए हमें एक पार्टी की आवश्यकता है. क्योंकि यह मामला अदालत में लंबित है, हमने पार्टी बनाने का फैसला किया. हम बीजेपी विरोधी दलों को 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले एक साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि उस पार्टी को सत्ता से हटाया जा सके जो लोकतंत्र के लिए खतरा है.''  श्रीवास्तव ने कहा कि यादव और अन्य नेता लोजद में शामिल होंगे या नहीं, इसका फैसला मामले में अदालत के फैसले पर निर्भर करेगा.

शरद यादव ने विपक्षी एकता का आह्वान किया
नवगठित ‘लोकतांत्रिक जनता दल’ (लोजद) के स्थापना दिवस के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार में संवैधानिक मूल्यों के लिए खतरा पैदा हो गया है और अगले साल के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पराजित करने के लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना पड़ेगा. शरद यादव ने यह भी दावा किया कि अगर बीजेपी फिर से सत्ता में आई तो विपक्षी दलों को दूसरा मौका नहीं मिलेगा क्योंकि बीजेपी सरकार लोगों के संवैधानिक अधिकारों को खत्म कर देगी. शरद यादव ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम मुद्दों की वजह से भाजपा चुनाव जीत रही है.

(इनपुट: भाषा से भी)