मधेपुरा से चुनाव नहीं लड़ने की बात को शरद यादव ने बताया अफवाह, कहा- 'पहले भी बोल चुका हूं'
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मधेपुरा से चुनाव नहीं लड़ने की बात को शरद यादव ने बताया अफवाह, कहा- 'पहले भी बोल चुका हूं'

शरद यादव ने कहा कि लोकतंत्र में बोली जितनी सच्ची होगी, उतनी ही नियंत्रण की स्थिति बनी रहेगी.

मधेपुरा से चुनाव नहीं लड़ने की बात को शरद यादव ने बताया अफवाह, कहा- 'पहले भी बोल चुका हूं'

मधेपुरा : लोकतांत्रिक जनता दल के सुप्रीमो शरद यादव उनके मधेपुरा सीट से चुनाव नहीं लड़ने की खबरों से खासे परेशान हैं. उन्होंने इसे महज अफहवाह करार देते हुए अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. मधेपुरा के पूर्व सांसद ने अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं पहले ही मधेपुरा से चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुका हूं. इसके बाद भी लोग अफवाह फैला रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अफवाह के कारण ही पूरा देश हिन्दू-मुस्लिम लेकर माहौल बना हुआ है. इस दौरान शरद यादव ने कहा है कि हमारे परिवार के खिलाफ पहले कोई अफवाह नहीं फैलता था, अब स्थिति बिगड़ रही है. रोज नये नये अफवाहें फैलाई जा रही है.

शरद यादव ने कहा कि लोकतंत्र में बोली जितनी सच्ची होगी, उतनी ही नियंत्रण की स्थिति बनी रहेगी. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि विदेश यात्रा से लेकर प्रधानमंत्री की सुविधा है वह 70 वर्षों में किसी प्रधानमंत्री ने नहीं लिया है. प्रधानमंत्री दिन भर जहाज पर रहते हैं, जिससे भारत सरकार को अरबों का खर्च उठाना पड़ रहा है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री प्रतिदिन देश की जनता को नए-नए सपने दिखा रहे हैं, जो सभी झूठे निकल रहे हैं. आज स्थिति यह है कि बड़े-बड़े कारखाने से लेकर छोटे दुकानदारों की स्थिति बेकार हो चुकी है. किसान से लेकर युवा, दलित और महादलित की स्थिति खतरे में पड़ती जा रही है. करीब साढ़े तीन करोड़ लोग बेकार हो चुके हैं. किसानों की हालात तो ऐसी है कि वे 'आईसीयू' में भर्ती हो चुके हैं.

इस दौरान शरद यादव ने बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि खासकर बिहार के कोसी और सीमांचल में जो प्रतिदिन हत्याएं हो रही हैं इसके के लिए सूबे के सीएम गुनाहगार हैं. इनकी साख गिर चुकी है.

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