बिहार: लॉकडाउन में अब तक बने 23 लाख से अधिक राशन कार्ड, 59 फीसदी हुए वितरित
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बिहार: लॉकडाउन में अब तक बने 23 लाख से अधिक राशन कार्ड, 59 फीसदी हुए वितरित

लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 41 हजार 720 योजनाओं में 10 करोड़ 47 लाख 60 हजार 801 मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है. राशन कार्ड विहीन सुयोग्य परिवारों में नए राशन कार्ड का वितरण तेजी से किया जा रहा है. 

बिहार में अब तक 720 योजनाओं के तहत 10.47 करोड़ मानव दिवस सृजित किए गए.

पटना: बिहार के सूचना व जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार ने कोरोना रोकथाम को लेकर सरकारी की ओर से किए जा रहे तमाम उपायों की जानकारी देते हुए कहा कि कोविड-19 से बचाव के प्रति लोगों को सतर्क किया जा रहा है. जागरुकता अभियान चलाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने एवं मास्क का उपयोग करने के लिए सरकार की ओर से लोगों को प्रेरित किया जा रहा है. 

कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को देखते हुए हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. आइसोलेशन बेड्स की संख्या बढ़ायी जा रही है ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. 

इन जगहों पर है कोरोना के बेहतर इलाज की व्यवस्था
अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 मरीजों के इलाज हेतु बेहतर प्रबंधन विकसित करने के उद्देष्य से राज्य के 38 जिलों को सभी 09 चिकित्सा महाविद्यालय अस्पतालों से संबद्ध किया गया है. इसके अन्तर्गत पीएमसीएच पटना को पटना, सारण, सीवान एवं गोपालगंज, एनएमसीएच पटना को भोजपुर, बक्सर, वैशाली, रोहतास एवं कैमूर, डीएमसीएच दरभंगा को दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल एवं बेगूसराय के इलाज के लिए संबंध किया गया है.

इसके अलावा जेएलएनएमएच भागलपुर को भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया, जमुई एवं लखीसराय, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर को सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर एवं शिवहर, एएनएमसीएच गया को गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, वर्द्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान एवं अस्पताल पावापुरी, नालंदा को नालंदा, नवादा एवं शेखपुरा, राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल बेतिया को पूर्वी चम्पारण, पष्चिम चम्पारण तथा जननायक कर्पूरी ठाकुर चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल मधेपुरा को सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, कटिहार एवं किषनगंज जिले के मरीजों के इलाज हेतु संबद्ध किया गया है. 

अब तक 720 योजनाओं के तहत 10 करोड़ 47 लाख मानव दिवस सृजित
सूचना सचिव ने बताया कि रोजगार सृजन सरकार की प्राथमिकता है. लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 41 हजार 720 योजनाओं में 10 करोड़ 47 लाख 60 हजार 801 मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है. राशन कार्ड विहीन सुयोग्य परिवारों में नए राशन कार्ड का वितरण तेजी से किया जा रहा है. 

उन्होंने बताया कि अभी तक गैर राशन कार्डधारी सुयोग्य परिवारों के लिए 23 लाख 38 हजार 990 नये राशन कार्ड बनाये जा चुके हैं. इनमें से अब तक 13 लाख 74 हजार 215 राशन कार्ड वितरित किये जा चुके हैं. इस प्रकार 59 प्रतिशत राशन कार्डों का वितरण किया जा चुका है. 

बिहार में 73.31 फीसदी है कोरोना रिकवरी रेट
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना से पिछले 24 घंटे में 962 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक 11,953 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ होकर वापस अपने घर जा चुके हैं. बिहार राज्य में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का रिकवरी रेट 73.31 प्रतिशत है. 

पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,266 नये पॉजिटिव मामले सामने आये हैं, जिसके बाद बिहार के 38 जिलों में कोविड-19 के 4,226 एक्टिव मरीज हैं. पिछले 24 घंटे में बिहार में किये गये कुल जांच की संख्या 9,251 है. 

पिछले 24 घंटे में नहीं हुई किसी की गिरफ्तारी
पुलिस मुख्यालय के अपर पुलिस महानिदेशक जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से अनलॉक-2 के तहत जारी गाइडलाइन का अनुपालन कराया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में 02 कांड दर्ज किये गये हैं और किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हुई है. 

पिछले 24 घंटे में 599 वाहन जब्त किये गये हैं और 11 लाख 49 हजार 750 रूपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है. इस प्रकार 1 जुलाई से अब तक कुल 06 कांड दर्ज हुए हैं और 04 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. 7,461 वाहन जब्त किए गए हैं और 02 करोड़ 03 लाख 44 हजार 465 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है. 

मास्क न पहनने वालों से वसूले गए 1.68 लाख रुपए
उन्होंने बताया कि मास्क न पहनने पर भी पुलिस द्वारा कार्रवाई की गयी है. पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 3,377 व्यक्तियों से 01 लाख 68 हजार 850 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है. इस प्रकार मास्क नहीं पहनने के कारण 5 जुलाई से अब तक 25,541 व्यक्तियों से 12 लाख 77 हजार 50 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है. 

कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नये दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं.