बिहार में इंटरमीडिएट के लिए एडमिशन जारी है. लेकिन क्या इंटरमीडिएट में इस बार 12 लाख 80 हजार छात्र और छात्राओं का दाखिला हो पाएगा.
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पटनाः बिहार में इंटरमीडिएट के लिए एडमिशन जारी है. लेकिन क्या इंटरमीडिएट में इस बार 12 लाख 80 हजार छात्र और छात्राओं का दाखिला हो पाएगा. ऐसा लगता नहीं है क्योंकि जिस तरह की व्यवस्था दिख रही है और जिस तरह के दावे बीएसईबी ने किए थे वो दावे हवा-हवाई ही मालूम पड़ते हैं.
दरअसल इंटर में पहले चरण के तहत 4 जून से 10 जून तक छात्रों का दाखिला होना है. लेकिन, दाखिले की औपचारिक शुरुआत 6 जून से हुई है. 5 और 6 जून को ईद की वजह से कॉलेजों में सरकारी छुट्टी रही लिहाजा इन दिनों में दाखिले का काम नहीं किया गया. दूसरी बात बीएसईबी ने रोजाना कॉलेजों को एडमिशन लेने वाले छात्रों की संख्या ofss सॉफ्टवेयर पर अपडेट करने के निर्देश दिए हैं.
पूरी प्रकिया में बैंक की भी भूमिका होती है और 8 और 9 जून को बैंक में छुट्टी रहेगी. ऐसे में क्या संभव है कि पहले फेज में लाखों लाख छात्रों का दाखिला हो सकेगा. बिहार के बड़े और प्रतिष्ठित कॉलेजों ने बीएसईबी से एडमिशन के लिए निर्धारित तारीख को बढ़ाने की मांग की है.
कॉलेज ऑफ कॉमर्स के प्रिंसिपल प्रोफेसर तपन शांडिल्य के मुताबिक, हर हाल में बीएसईबी को दाखिले की तारीख बढ़ानी ही होगी, अन्यथा कॉलेजों में नामांकन संभव नहीं है. बीएसईबी अध्यक्ष आनंद किशोर ने छात्रों के दाखिले के लिए मुकम्मल इंतजाम के निर्देश दिए थे. निर्देश यह भी दिए थे कि कॉलेजों में एडमिशन के लिए अतिरिक्त काउंटर भी खोले जाएंगे. लेकिन यहां भी दो तरह की दिक्कतें छात्रों के सामने आ रही है.
बिहार में गर्मी की वजह से कुछ कॉलेज में नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए मॉर्निंग शिफ्ट है. जैसे कि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के तहत आने वाले बीडी इवनिंग कॉलेज यहां 12 बजे काम खत्म हो जाता है. लिहाजा जो छात्र दूर-दराज से यहां दाखिले के लिए पहुंचे उन्हें भी निराशा हाथ लगी. क्योंकि 12 बजे बीडी इवनिंग कॉलेज का काउंटर खत्म हो चुका था.
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में इंटर के साथ ग्रेजुएशन में भी दाखिला हो रहा है लिहाजा इसके 25 सरकारी कॉलेजों में काउंटर पर मारामारी की नौबत आ गई है. किसी भी कॉलेज में दाखिले के लिए काउंटर के इंतजाम नहीं है. दूसरी ओर छात्रों को 10 जून तक दाखिला भी लेना है.
छात्रों के मुताबिक, भारी भीड़ के कारण खाली हाथ लौटना पड़ रहा है, कोई व्यवस्था नहीं है. छात्राओं के साथ आए अभिभावक भी ऐसा ही मानते हैं. बिहार में इस बार 3 हजार 339 सरकारी और निजी कॉलेजों में 12 लाख 80 हजार बच्चों का दाखिला लेना है. 10 जून को एडमिशन का पहला चरण समाप्त हो रहा है और अगर बीएसईबी ने पहले चरण की समय सीमा बढ़ाने का ऐलान नहीं किया तो लाखों छात्रों का इंटर में पढ़ाई का सपना पूरा नहीं हो पाएगा.