बरसात के दिनों में धोबिया पहरी मार्ग में बरसाती पानी का बहाव बढ़ जाता है. जिससे गांव के लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
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हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग जिले के बरही विधानसभा क्षेत्र में सरकारी सिस्टम के सुस्त होने के कारण सैकड़ों स्कूली बच्चों को जान का खतरा उठाना पड़ रहा है. बरसात के दिनों में धोबिया पहरी मार्ग में बरसाती पानी का बहाव बढ़ जाता है. जिससे गांव के लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. वहीं, बच्चे भी स्कूल जाने के लिए इस खतरे को उठाने को मजबूर हैं.
एक साल पहले प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत धोबिया पहरी में पक्की सड़क बननी थी. इस सड़क में एक पुलिया भी बननी थी. लेकिन तकनीकी कमी के कारण वह नहीं बन पाई. पुलिया नहीं बनने के कारण बरसात के समय आधे दर्जन से अधिक गांव का संपर्क मुख्य सड़क से कट जाता है. जिसकी वजह से गांव वालों को मुख्य मार्ग आने के लिए लगभग 12 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. अगर यह सड़क बन जाती तो यह दूरी सिर्फ 2 किलोमीटर में पूरी हो जाती.
बरसात के दिनों में पानी का बहाव तेज होने के कारण ग्रामीणों ने 3 पिलर वाले पुल के निर्माण की मांग की थी. लेकिन टेंडर में दो पिलर वाला पुल बनाने की बात कही गई थी, जिस वजह से संवेदक ने यहां काम नहीं किया. सरकार ने भी इस पर दोबारा गौर करना जरूरी नहीं समझा. बरसात के दिनों में यहां पूरी तरह से पानी भर जाता है और बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने को मजबूर हैं.
ग्रामीणों की समस्याएं जानने और बच्चों का जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने के बाबत हजारीबाग की उप विकास आयुक्त विजया जाधव ने यह स्वीकार किया कि अगर हम पहले से अलर्ट होते तो अभी तक यह मुश्किलें खत्म हो जाती पर हम इसके लिए गंभीर हैं. उन्होंने कहा कि चूंकी पहले से एक छोटे पुलिया का निर्माण होना था जो स्थल पर जाने से यह प्रतीत हुआ कि इतना काफी नहीं है इसलिए एक अन्य पुलिया का निर्माण वहां होना जरूरी है.
दूसरे पुलिया के निर्माण के लिए स्वीकृति लेने में थोड़ी देर हुई जिसके कारण इस बरसात में लोगों को दिक्कतें हो रही हैं. लेकिन जल्द ही इस दिक्कत को दूर कर दिया जाएगा क्योंकि अब पुलिया निर्माण में कहीं कोई संशय नहीं है.
पदाधिकारियों के स्थल निरीक्षण के बाद अब लोगों को उम्मीद है कि सरकार इसपर जल्द ही कार्रवाई करेगी ताकि बच्चों को खतरों से खेल कर स्कूल ना जाने पड़े.