बिहार: नदियों के जलस्तर में आई कमी, समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरू
Advertisement

बिहार: नदियों के जलस्तर में आई कमी, समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरू

समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड के हायाघाट और थलवारा स्टेशनों के बीच दोपहर लाइट ट्रेन और मालगाड़ी चलाकर ट्रायल लिया गया.

 

समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर ट्रेन परिचालन शुरू हो गया है. (फाइल फोटो)

पटनाः बिहार में बाढ़ से लोग परेशान हैं. अपने घर को छोड़ कर सभी ऊंचे स्थानों पर शरण लेकर बाढ़ की स्थिति स्थिर होने का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, यातायात साधन ठप होने से भी लोग काफी बुरी तरह फंसे हुए हैं. हालांकि, अब नदियों का जलस्तर कम होता देखा जा रहा है. अगर बाढ़ का पानी कम होगा तभी लोग अपने घर वापस लौट सकेंगे. वहीं, यातायात से साधन भी शुरू हो सकेंगे.

बिहार में बाढ़ वाले प्रमुख नदियों के जलस्तर में कमी के कारण राज्य के 13 जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बाढ़ का पानी कम होने लगा है. इस बीच, राज्य में पूर्व-मध्य रेल के हायाघाट रेलवे स्टेशन के समीप बागमती नदी रेल पुल के ऊपर पानी के दबाव के कारण समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर 28 जुलाई से बंद पड़ी ट्रेन सेवा शुक्रवार को छठे दिन बहाल कर दी गई.

पूर्व-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) राजेश कुमार ने शुक्रवार को बताया कि बागमती नदी के जलस्तर में वृद्घि के कारण इस रेलखंड के रेल पुल संख्या-16 पर पानी के भारी दबाव के कारण ट्रेन सेवा पिछले 28 जुलाई को बंद कर दी गई थी.

कुमार ने बताया कि बंद पड़े समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड के हायाघाट और थलवारा स्टेशनों के बीच दोपहर लाइट ट्रेन और मालगाड़ी चलाकर ट्रायल लिया गया. 

उन्होंने बताया कि सामान्य स्थिति को देखते हुए इस रेलखंड पर दोपहर के बाद पहली ट्रेन जयनगर से नई दिल्ली जाने वाली 12561 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस चलाई गई. उन्होंने बताया कि समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर अगले 12 घंटे के अंदर ट्रेनों का परिचालन सामान्य हो जाएगा. 

इधर, जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य की सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में कमी आई है. हालांकि बागमती, बूढ़ी गंडक और खिरोई अभी भी कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. 

इस बीच हालांकि 13 जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं कम नहीं हो रही हैं.