तेजस्वी ने कहा कि उपेंद्र कुश्वाहा के लिए एनडीए में कोई जगह नहीं है.
Trending Photos
पटना: बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दलों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कल गुरुवार को बिहार में एनडीए के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में हिस्सा नहीं लिया था. दिल्ली में अपनी व्यस्तता का हवाला देकर कुशवाहा बैठक से दूर रहे थे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और राधा मोहन सिंह, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव तथा लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने बैठक में हिस्सा लिया था. हालांकि, शनिवार को केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने पटना में सफाई दी कि वह ‘निजी कारणों’ के चलते बैठक में नहीं पहुंच सके थे. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह गठबंधन ‘जस का तस’ है.
इसी बीच, तेजस्वी यादव ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की नाएनडीएी का फायदा उठाने की कोशिश की है. तेजस्वी ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "उपेंद्र कुश्वाहा के लिए एनडीए में कोई जगह नहीं है. यदि वह हमसे बात करना चाहें तो हमें कोई समस्या नहीं है."
Upendra Kushwaha (Rashtriya Lok Samata Party Chief) has no place in NDA. If he wants to talk to us then we have no problem: Tejashwi Yadav, RJD #Bihar pic.twitter.com/zwhu6sDIyn
— ANI (@ANI) June 8, 2018
आरएलएसपी को नीतीश कुमार का नेतृत्व मंजूर नहीं
गुरुवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि ने कहा था कि उन्हें नीतीश कुमार का नेतृत्व स्वीकार्य नहीं है. नागमणि का कहना था कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष कुशवाहा को गठबंधन के नेता के तौर पर पेश कर चुनाव लड़ा जाए तो एनडीए को बिहार में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में जबरदस्त सफलता मिलेगी."
नागमणि ने कहा था, "बीजेपी के बाद बिहार में एनडीए के घटक दलों में रालोसपा का समर्थन का आधार सबसे बड़ा है. राष्ट्रीय स्तर पर हमारी पार्टी जेडीयू से बड़ी है और 2014 के लोकसभा चुनाव में कुशवाहा के समर्थन से एनडीए को लाभ हुआ था. तब जेडीयू अकेले चुनाव लड़ी थी."
We are a bigger party than JDU, we have three seats in Lok Sabha and JDU has two. We can't accept Nitish Kumar as our leader, he can make a uturn again and go back to Laluji, can't trust: Nagmani,Working President of Rashtriya Lok Samta Party(NDA member) #Bihar pic.twitter.com/nHuLcP44US
— ANI (@ANI) June 7, 2018
नागमणि ने टिप्पणी करते हुए कहा था, "जेडीयू के कुछ नेता और बीजेपी में भी नीतीश कुमार को बिहार में एनडीए का नेता माना गया है। इसे पूरे गठबंधन का दृष्टिकोण नहीं समझा जा सकता। बिहार के नेता का फैसला एनडीए के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा होगा ना कि राज्य स्तर पर."
हालांकि, टकराव टालने के प्रयास के तहत नागमणि बाद में ज्ञान भवन परिसर में एनडीए की बैठक में आए थे.