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Patna: बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (यू) के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने जातीय जनगणना ( caste census) को लेकर भाजपा पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना जनता और देश का विषय है, ऐसे में केंद्र को इस संबंध में फैसला करना चाहिये.
इसके साथ ही कुशवाहा ने कहा कि इस मसले पर सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल भारतीय जनता पार्टी के भीतर उपजे ‘आंतरिक मतभेद’ को पार्टी को स्वयं ही दूर करना चाहिये. कुशवाहा ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि तकनीकी तौर पर जातीय जनगणना कराया जाना संभव नहीं होने की बात जानबूझकर प्रचारित की जा रही है. आज के समय में कौन सा काम मुश्किल है.'
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उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना 2021 में केवल एक अतिरिक्त कॉलम जाति का जोड़ना है. केंद्र सरकार अगर निर्णय करे तो इस कार्य के होने में कोई कठिनाई नही है. जातीय जनगणना को लेकर भाजपा में मतभेद की चर्चा के बारे में पूछे जाने पर कुशवाहा ने कहा कि पार्टी के भीतर मतभेद को उन्हें ही दूर करना होगा क्योंकि एक एक बड़ा खेमा इसके पक्ष में है.
कुशवाहा ने कहा, ‘यह विषय जनता और देश का है, जो भी तकनीकी सुधार की जरूरत है, उसे करते हुए केंद्र सरकार को जातीय जनगणना को लेकर निर्णय करना चाहिए.'
उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना में केवल ओबीसी और अतिपिछड़ा वर्ग की गणना नहीं की जाएगी बल्कि सभी वर्गों की गणना होगी. जातीय जनगणना नहीं होने पर भाजपा के साथ टकराव की स्थिति उत्पन्न होने होने के बारे में पूछे जाने पर कुशवाहा ने कहा, ‘हमलोगों को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इस मामले में साकारात्मक निर्णय करेंगे.’
(इनपुट- भाषा)