झारखंड: अनंत यात्रा पर चले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि
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झारखंड: अनंत यात्रा पर चले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि

प्रणव मुखर्जी के निधन की सूचना मिलते ही देश में शोक की लहर दौड़ गई. झारखंड में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित तमाम दिग्गज नेताओं ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक प्रकट किया और उन्हें श्रद्धांजिल दी.

प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक भारत के तेरहवें राष्ट्रपति रहे. (फाइल फोटो)

रांची: भारत के पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न (Bharat Ratna) प्रणव मुखर्जी (Pranab Mukherjee) ने सोमवार को दिल्ली के आर्मी रिसर्च और रेफरल अस्पताल में अंतिम सांस ली. इस बात की जानकारी उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर दी.

जानकारी के अनुसार, प्रणब मुखर्जी लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे. वह 84 साल के थे. प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक भारत के तेरहवें राष्ट्रपति रहे एवं उन्हें 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. प्रणब दादा का जन्म 11 दिसंबर 1935 को पश्चिम बंगाल के मिरिटी गांव में हुआ था.

उनके निधन की सूचना मिलते ही देश में शोक की लहर दौड़ गई. झारखंड में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सहित तमाम दिग्गज नेताओं ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक प्रकट किया और उन्हें श्रद्धांजिल दी. इसी क्रम में, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Ragubar Das) ने भी पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर दुख जताया है.

रघुवर दास ने कहा, 'बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी, विद्वान राजनेता भारत रत्न प्रणब मुखर्जी जी के निधन की सूचना से मर्माहत हूं. उनका जाना एक युग की समाप्ति है. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें. साथ ही, उनके परिजनों और शुभचिंतकों को यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करे. मेरे प्रति उनका स्नेह अविस्मरणीय है. रविंद्र भवन का शिलान्यास करने वे रांची आए थे, तब मुझे उनका सानिध्य प्राप्त हुआ. उनके साथ बिताए हुए पल मुझे सदैव याद रहेंगे. वह हमेशा कहते थे की सत्ता मिलने पर गरीब और जरूरतमंद की सेवा ही उसका एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए. उनका यूं चले जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है, लेकिन उनकी सीख हमेशा मेरे साथ रहेगी.'

बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुःख व्यक्त किया है. मरांडी ने कहा कि 'राष्ट्र उनके अमूल्य योगदान का सदैव ऋणी रहेगा. देश को और भारतीय राजनीति को उनकी कमी हमेशा महसूस होगी. दिवंगत आत्मा को शांति और इनके प्रियजनों, शुभेच्छुओं को इस असीम दुख को सहने की शक्ति मिले, ईश्वर से यही प्रार्थना है.'

वहीं, रांची के सांसद संजय सेठ ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आकस्मिक निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है. सांसद ने कहा, 'प्रणव दा मृदभाषी व्यक्तित्व के धनी थे. प्रणब दा भारत के राजनीति के एक सर्व मान्य नेता  थे. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.'

जामताड़ा से विधायक और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी ने भी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर  शोक जताया है. इरफान अंसारी ने कहा, 'प्रणब मुखर्जी के निधन से पूरे राष्ट्र को बड़ी क्षति हुई है. प्रणब मुखर्जी कांग्रेस के कद्दावर नेता ही नहीं, बल्कि एक असाधारण व्यक्तित्व के मालिक थे.'

इधर, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर झारखंड कांग्रेस विधायक दल नेता और मंत्री आलमगीर आलम ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देश के लिए अपूरणीय क्षति है. इसकी भरपाई नहीं हो सकती है.