शराबबंदी के पक्ष में जब काको प्रखंड के पिंजौरा पंचायत के मनियारी गांव की महिलाएं और पुरुषों खड़े हुए तो शराब बनाने और बेचने वाले भी अपना रास्ता बदलने को तैयार हो गए.
Trending Photos
जहानाबाद: जब इच्छाशक्ति दृढ़ हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है. शराबबंदी के पक्ष में जब बिहार के जहानाबाद के काको प्रखंड के पिंजौरा पंचायत के मनियारी गांव की महिलाएं और पुरुषों खड़े हुए तो शराब बनाने और बेचने वाले भी अपना रास्ता बदलने को तैयार हो गए.
मुखिया और पुलिस की मौजूदगी में सैकड़ों की संख्या में जमा भीड़ ने मनियारी गांव और गांव के किनारे यमुने नदी में शराब भट्ठियों को तोड़ डाला. इस दौरान लगभग दो दर्जन से अधिक भटि्ठयों को ध्वस्त कर दिया गया. चोरी-छिपे सड़ाए जा रहे जावा महुआ को नदी में बहाया गया. लोगों का मकसद हर हाल शराब मुक्त करने का था.
मुखिया व ओपी प्रभारी की मौजूदगी में गांव के चार लोगों ने शराब बनाने और बेचने का धंधा छोड़ दूध बेचने का संकल्प लिया. गौरतलब है कि सरकार के शराबबंदी अभियान के वावजूद दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में शराब बनाने का धंधा तेजी से फलफूल रहा है, इससे आहात ग्रामीणों ने अच्छी पहल करते हुए ग्रामसभा का आयोजन कर गांव में संचालित शराब भट्ठी को ध्वस्त कर दिया और सभी लोग इकट्ठा होकर शराब न बेचने और न पीने का संकल्प लिया.
इधर ग्रामीणों ने गांव और पूरे पंचायत में शराबबंदी की रोक थाम के लिए 15 सदस्यों की एक टीम बनाई है जो घूम घूम कर लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ शराब के धंधे पर भी अंकुश लगाएगी. शराबबंदी को लेकर सरकार द्वारा भी कई तरह के योजनाएं चलाई जा रही है.
ग्रामीणों द्वारा की गई यह पहल अपने आप में एक अनूठी पहल है,जो न सिर्फ समाज को एक नयी दिशा देगी बल्कि शराबबंदी के लिए एक मील पत्थर साबित होगा.