चार दिनों की बारिश में पटना हुआ पानी-पानी, 300 करोड़ खर्च करने के बाद भी जल-जमाव बरकरार
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चार दिनों की बारिश में पटना हुआ पानी-पानी, 300 करोड़ खर्च करने के बाद भी जल-जमाव बरकरार

जल जमाव पर जेडीयू और आरजेडी दोनों आमने-सामने है. पटना में भारी जल जमाव पर आरजेडी ने सरकार पर जुबानी हमला बोला है. आरजेडी नेता भाई बीरेन्द्र ने कहा है कि तीन सौ से अधिक की राशि खर्च की जा चुकी है. लेकिन जल जमाव से मुक्ती लोगो को नहीं मिल पाई है.

पटना नगर निगम पानी निकासी के नाम पर तीन सौ करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर चुकी है. (फाइल फोटो)

पटना: बिहार में पिछले चार दिनों से मानसून की बहार है. लेकिन, पटना के कई मोहल्ले पानी-पानी हो गए हैं. कई हिस्सों से पानी तो निकल गई है लेकिन, कुछ इलाके ऐसे भी हैं जहां से पानी निकलने का नाम नहीं ले रहा है. पटना नगर निगम की सुस्ती का नतीजा है कि भारी जल जमाव की स्थिति बनी हुई है. 

पटना नगर निगम पानी निकासी के नाम पर तीन सौ करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर चुकी है. अब राशि खर्च और जल जमाव पर जेडीयू और आरजेडी दोनों आमने-सामने है. पटना में भारी जल जमाव पर आरजेडी ने सरकार पर जुबानी हमला बोला है. आरजेडी नेता भाई बीरेन्द्र ने कहा है कि तीन सौ से अधिक की राशि खर्च की जा चुकी है. लेकिन जल जमाव से मुक्ती लोगो को नहीं मिल पाई है.

उन्होंने सवालिया लहजे में कहा है कि आखिर तीन सौ करोड़ की राशि कहां गई है? क्या तीन सौ करोड़ निकली और कागज पर खर्च हो गई. उन्होंने कहा कि तीन सौ करोड़ की राशि ने एनएमसीएच में पानी घुसने से भी नहीं रोक पाई. उन्होंने कहा कि सचिवालय से लेकर हर वीआईपी इलाके में जल जमाव की स्थिति बनी हुई है.

इधर जेडीयू ने जल जमाव को सिरे से नाकारा तो नहीं लेकिन, सुधार होने की बात जरूर कही है. जेडीयू नेता निखिल मंडल ने कहा है कि कुछ इलाके में कुछ देर के लिए जल जमाव जरूर हुआ है लेकिन पानी धीरे-धीरे निकल रहा है. पुराने दिनों की याद करते हुए निखिल मंडल ने कहा है कि पटना में नाव से लोग घर में जाते थे. अब काफी स्थिति बदली है. इसे और बदलने की जरुरत है. तीन सौ करोड़ की राशि खर्च का जवाब देते हुए कहा कि बहुत सारे काम हुए हैं. जो काम बाकी है वो किया जा रहा है.