राहुल गांधी

राहुल गांधी ने 2004 में पहली बार अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ा था और करीब 1 लाख वोटो के अंतर से जीत हासिल की.

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Aug 07, 2023

कांग्रेस महासचिव

2007 में उनके कार्य को देखते हुए पार्टी ने उन्हें कांग्रेस का महासचिव नियुक्त कर दिया था.

महासचिव की जिम्मेदारी

साथ ही उन्हें भारतीय युवा कांग्रेस और कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के प्रभारी महासचिव की जिम्मेदारी भी मिली.

दूसरी बार अमेठी से सांसद

2009 में एक बार फिर, उन्होंने अमेठी से ही लोकसभा चुनाव लड़ा और 3.70 लाख वोटो से जीत हासिल की.

मानव संसाधन विकास समिति सदस्य

जब 2009 में यूपीए ने दोबारा केंद्र में सरकार बनाई तो राहुल गांधी को मानव संसाधन विकास की स्थायी समिति में सदस्य नियुक्त किया गया.

पारसौल आंदोलन

2011 में राजमार्ग परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण में अधिक मुआवजे की मांग को लेकर पारसौल के आंदोलन ने राहुल गांधी को एक अलग पहचान दिलाई.

कांग्रेस उपाध्यक्ष

साल 2013 में राहुल गांधी को कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया.

तीसरी बार अमेठी से सांसद

2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को टक्कर देने के लिए स्मृति ईरानी को मैदान में उतारा गया, लेकिन वह जीत हासिल कर तीसरी बार अमेठी से सांसद बने.

कांग्रेस अध्यक्ष

2018 में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में चुना गया, जिसके बाद 2019 में उनकी नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा गया.

अध्यक्ष पद से इस्तीफा

इस चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन काफी खराब रहा और मात्र 52 सीटें ही जीती. पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.

अमेठी में हार

2019 में एक बार फिर राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार स्मृति ईरानी ने उन्हें उन्हीं के गढ़ में पटखनी दे दी.

वायनाड सांसद

हालांकि, राहुल गांधी ने केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ा था, जहां उन्होंने अपनी जीत का परचम लहराया.

सदस्यता रद्द

इसके बाद 23 मार्च 2023 को गुजरात की अदालत ने राहुल को 2 साल की सजा सुनाई थी, जिसके चलते उनकी संसद की सदस्यता भी रद्द हो गई थी.

सदस्यता बहाल

शुक्रवार, 4 अगस्त को SC ने राहुल को मिली सजा पर रोक लगा दी, जिसके बाद अब उनकी संसद सदस्यता बहाल हो गई है.

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