Google Search ने इन दोनों के अंतर में जो जवाब दिया वो काफी हैरान करने वाला था.
Google Search ने बताया कि भक्त हमेशा देश हित मे सोचते है जबकि चमचे केवल अपने स्वार्थ के बारे सोचते है
भक्त अंधे नहीं है जबकि चमचे अंधे होते हैं.
भक्तों की एक बड़ी संख्या पढ़े-लिखे लोगों की है जबकि चमचे लोगों में अनपढ़ और गवार शामिल है.
भक्त की भक्ति में निस्वार्थ प्रेम होता है जबकि चमचे अवसरवादिता और लालच से भरे होते हैं. ये हमेशा अपने स्वार्थ के लिए चमचागिरी करते हैं.
भक्तों की भक्ति अनंत काल से है जबकि चमचो को चमचागिरी करते हुए कुछ साल हो चुके हैं.
भक्तो की भक्ति सभी लोगों को कल्याण के लिए प्रेरित करती है जबकि चमचागिरी से केवल कुछ लोगों का ही भला हो पाया है.
Google Search की मानें तो भक्त केवल योग्य व्यक्ति को भक्ति के लिए चुनते है जबकि चमचे अयोग्य व्यक्ति को भी अपने स्वार्थ के लिए योग्य साबित करने पर तुले रहते है.