गायत्री मंत्र का जाप किसी गुरु के मार्गदर्शन में करना होता है. इस मंत्र के जाप के लिए स्नान के साथ मन पवित्र होना चाहिए. स्नान के बाद साफ और लाल वस्त्र पहनें. कुश या चटाई पर बैठकर इस मंत्र का जाप करना चाहिए. इस मंत्र को जप करते टाइम पश्चिम दिशा में मुख कर जाप करें.