Jitiya Vrat 2023: क्या जीवित्पुत्रिका व्रत के जरिए महिलाएं भी करती हैं पितृ पक्ष में पितरों का श्राद्ध?

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Oct 04, 2023

जितिया व्रत 2023

जीवित्पुत्रिका या जितिया व्रत के दौरान महिलाएं अपनी संतान के लिए निर्जला व्रत करती हैं.

सबसे कठिन व्रत

इसे पुत्र के लिए किया जाने वाला सबसे प्रमुख और कठिन व्रत माना जाता है.

पितरों को तर्पण

बेटों के लिए पूजा पाठ के विधान के साथ पितरों के तर्पण की प्रक्रिया भी हो जाती है.

पितरों का श्राद्ध

दरअसल, इस व्रत में महिलाएं अपनी दिवंगत सास, सास की सास और इसी तरह अन्य पूर्वजों के लिए तर्पण करती हैं.

पितरों को याद करना

व्रती महिलाएं झिगुनी के पत्ते पर सरसों के तेल और अन्य वस्तुओं को रखकर महिला पितरों को याद करती है.

पितृ पक्ष 2023

युवा से लेकर वृद्ध महिलाओं तक सभी अपनी पूर्वज महिलाओं को श्रद्धा से स्मरण करती हैं.

पूर्वज महिलाओं का सम्मान

बेटों के लिए पूजा करने के साथ महिलाएं अपनी पूर्वज महिलाओं के प्रति भी सम्मान भाव दिखाती हैं.

पूर्वजों को पानी देना

हर पुत्रवती महिला परिवार की वंशवृक्ष को आगे बढ़ाने में अपनी पूर्वज के योगदान का स्मरण कर उन्हें पानी देती हैं.

महिलाएं भी करती हैं पितरों का श्राद्ध

यही वजह है कि जितिया व्रत हर वर्ष पितृ पक्ष के दौरान ही पड़ता है, जिससे महिलाओं को भी पितरों का श्राद्ध करने का मौका मिल सकें.

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