प्रत्येक रंग का अपना महत्व- प्राकृतिक रूप से कनेर के फूल तीन रंग पीला, पीच और सफेद रंग में पाया जाता है. सफेद रंग का फूल देवी लक्ष्मी और सरस्वती को बेहद प्रिय है. वहीं भगवान विष्णु को पीले रंग का पुष्प अर्पित किया जाता है.

Aug 14, 2023

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कनेर का फूल वैसे तो प्रत्येक देवी-देवताओं को अर्पित किया जाता है. परंतु पांच फूलों जैसे धतूरा, आक, पारिजात, शमी और कनेर में भगवान शिव को कनेर का फूल भी बेहद प्रिय है. सोमवार के दिन भोलेनाथ की पूजा में कनेर का फूल अर्पित करना शुभ और लाभकारी माना जाता है.

कनेर का पेड़ धार्मिक महत्व के साथ साथ आयुर्वेद में भी बेहद महत्वपूर्ण माना गया है. कनेर के फूल, पत्ती और छाल का उपयोग आयुर्वेद में अनेक तरह के रोगों से छुटकारा पाने के लिए औषधि के रूप में किया जाता है.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जिस घर में कनेर का पेड़ लगा होता है, वहां हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, घर में सुख-समृद्धि आती है और शांति बनी रहती है.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी लक्ष्मी का वास कनेर के पेड़ में माना गया है. वैसे तो कनेर के फूल कई रंगों के होते हैं, परंतु सफेद रंग के कनेर के फूल देवी लक्ष्मी को बेहद प्रिय हैं. सफेद कनेर का फूल देवी सरस्वती को भी बेहद प्रिय है.

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