Mahabharata Facts: महाभारत में 18 संख्या कोई संयोग है या फिर इसमें छिपा है कोई रहस्य, जानें 10 रोचक तथ्य

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Sep 15, 2023

कोई संयोग है या फिर कोई रहस्य

महाभारत में 18 संख्या या तो कोई संयोग है या फिर इसमें कोई रहस्य छिपा है.

युद्ध भी 18 दिन तक चला

यह युद्ध भी 18 दिन तक चला था और युद्ध में 18 योद्धा ही जीवित बचे थे.

कौरवों और पांडवों की सेना 18

कौरवों और पांडवों की सेना 18 अक्षोहिनी सेना थी, जिनमें 11 कौरवों की और 7 पांडवों की अक्षोहिनी सेना थी.

गीता में भी 18 अध्याय

गीता में भी 18 अध्याय हैं. कृष्ण ने अर्जुन को 18 दिन तक ज्ञान दिया था.

महाभारत में 18 संख्या

कहा जाता है कि महाभारत में 18 संख्या बहुत महत्वपूर्ण है. महाभारत की पुस्तक में 18 अध्याय हैं.

पांच सुनहरे बाणों की मांग

अर्जुन ने उन पांच सुनहरे बाणों की मांग की तब दुर्योधन भयभीत हो गया, लेकिन उसने वचन दिया था. इसलिए उसे बाण देने पड़े.

बाणों से पांडवों की हत्या

दुर्योधन ने इन बाणों से पांडवों की हत्या करने की घोषणा की थी.

द्रोणा से बदला

इसलिए, गुरु दक्षिणा के तौर पर कृष्ण ने उन्हें पुनर्जन्म लेने और द्रोणा से बदला पूरा करने का वरदान दिया था.

रुक्मणी का अपहरण

रुक्मणी के अपहरण के दौरान कृष्ण ने उन्हें मार डाला था.

एकलव्य का पुनर्जन्म

एकलव्य का पुनर्जन्म द्रौपदी के जुड़वा भाई धृष्टद्युम्न के रूप में हुआ था.

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