सनातन धर्म में एकादशी तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होता है.
इस दिन साधक भगवान विष्णु के निमित्त व्रत रख विधि-विधान से अपने आराध्य की पूजा-अर्चना करते हैं.
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष में दशहरा के बाद जो एकादशी तिथि आती उसे पापाकुंशा एकादशी कहा जाता है.
ऐसा भी माना जाता है कि पापाकुंशा एकादशी व्रत के समान अन्य कोई दूसरा व्रत नहीं है.
इस दिन पूरी श्रद्धा विश्वास के साथ व्रत करने से कर्ता को एक हजार अश्वमेध यज्ञ एवं सूर्य यज्ञ का फल स्वतः ही मिल जाता है.
साथ ही पापाकुंशा एकादशी व्रत करने से सभी पाप धुल जाते हैं और श्री हरि की विशेष कृपा-दृष्टि प्राप्त होती है.
साल 2023 में पापाकुंशा एकादशी तिथि 25 अक्टूबर यानी दिन बुधवार को है.
इस एकादशी व्रत में धूप, दीप, नारियल, पुष्प, केले, और पंचामृत से भगवान श्री विष्णु जी का विशेष पूजन किया जाता है.
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-आराधना के बाद अन्न, वस्त्र या अन्य चीजों का दान करना बेहद शुभ माना जाता है.