Tripindi Shradh: क्या होता है त्रिपिंडी श्राद्ध?

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Sep 27, 2023

What is Tripindi Shradh

त्रिपिंडी श्राद्ध का अर्थ होता है कि पिछली तीन पीढ़ियों के पूर्वजों का पिंडदान करना.

श्राद्ध (Shradh)

यदि तीन पीढ़ियों में परिवार में कोई छोटी उम्र में या बुढ़ापे में मृत्यु को प्राप्त होता है तो उसकी आत्म की शांति के लिए त्रिपिंडी श्राद्ध किया जाता है.

योगदान (Contribution)

त्रिपिंडी श्राद्ध प्रियजनों की याद में किया गया एक योगदान है, जिससे उसकी आत्मा को मुक्ति मिलती है.

Tripindi Shradh

मान्यता है कि यदि लगातार तीन वर्षों तक यह योगदान नहीं किया गया तो मृतक क्रोधित हो जाते है.

धार्मिक मान्यता (Dharmik Manyata)

कोई भी आत्मा अगर अंतुष्ट है तो वो अपनी आने वाली पीढ़ियों को परेशान करती है और उन्हें सुख से नहीं रहने देती है

श्राद्ध पूजा (Shradh Puja)

ऐसे में विशेषतौर पर ये श्राद्ध पूर्वजों की याद और उनकी आत्मा की शांति के लिए किया जाता है.

पितृ पक्ष (Pitru Paksha)

यह श्राद्ध सिर्फ तीन पीढ़ियों तक ही नहीं बल्कि उसके पहले के पूर्वजों की आत्मा को भी शांत करने में सहायक होता है.

गरुण पुराण (Garuda Purana)

साथ ही त्रिपिंडी श्राद्ध करने से पितृ दोष के हानिकारक प्रभावों से भी बचा जा सकता है.

Happiness and Prosperity

त्रिपिंडी श्राद्ध करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद के रूप में सुख- समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.

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