हिंदू धर्म में स्वास्तिक का बहुत महत्व है. ऐसे में घर के वास्तु को ठीक रखने के लिए घर के दरवाजे, आंगन और पूजा घर में आपको स्वास्तिक का चिन्ह बनाना चाहिए.

Gangesh Thakur
Apr 24, 2023

स्वास्तिक को भगवान गणेश का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में घर के दरवाजे पर सिंदूर से स्वास्तिक बनाना चाहिए, वहीं घर की दहलीज पर रोजाना आटे से स्वास्तिक बनाना भी शुभ माना जाता है.

घर के आंगन में स्वास्तिक बनाने से पितर खुश होते हैं. घर की तिजोरी में स्वास्तिक बनाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है. वहीं हल्दी और कुमकुम से घर के पूजा स्थान पर स्वास्तिक बनाना चाहिए.

वहीं घर का मुख्य द्वार हमेशा उत्तर, पूर्व, पश्चिम और उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए, घर का मुख्य द्वारा कभी दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही दक्षिण-पूर्व, उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम दिशा में भी मुख्य द्वार नहीं होना चाहिए.

अगर दक्षिण दिशा में घर का द्वार है तो उसके बाहर बगीचा जरूर बनवाना चाहिए. घर में मुख्य द्वार की सीध में तीन दरवाजे नहीं होने चाहिए. घर का मुख्य द्वारा कभी क्षतिग्रस्त नहीं होना चाहिए. घर का मुख्य द्वार सभी दरवाजों से बड़ा होना चाहिए.

घर के मुख्य द्वारा पर हर दिन झाड़ू सुबह लगाने के बाद दोनों किनारों की पानी से सफाई करनी चाहिए. इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.

पूजा-पाठ के बाद जल के पात्र में थोड़ी सी हल्दी डालकर मुख्य द्वार पर छिड़काव करना चाहिए. घर के दरवाजे से अगर खोलने और लगाने में आवाज आ रही है तो उसे ठीक कराएं. साथ ही मुख्य द्वारा के सामने की देहली टूटी-फूटी नहीं होनी चाहिए.

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