शादीशुदा महिलाएं क्यों पहनती हैं बिछिया? जानें इसके पीछे का धार्मिक और वैज्ञानिक कारण
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Aug 25, 2023
सदियों पुरानी परंपरा
शादी के बाद महिलाओं का बिछिया पहनना सदियों से चली आ रही एक प्रथा है.
विवाहित स्त्री की निशानी
भले ही आज के दौर में बिछिया पहनना फैशन बन गया हो, लेकिन यह एक विवाहित स्त्री की निशानी मानी जाती है.
सोलह श्रृंगार में शामिल
दुल्हन के सोलह श्रृंगार में शामिल बिछिया न सिर्फ महिलाओं की खूबसूरती को बढ़ाता है बल्कि वैवाहिक जीवन को भी मजबूत बनाता है.
सुखी वैवाहिक जीवन
ज्योतिष के अनुसार, बिछिया पहनने से वैवाहिक जीवन सुखमय व्यतीत होता है.
मिलता है पति का प्यार
पैर की दूसरी और तीसरी उंगली में बिछिया पहनने से पति का अपार प्रेम मिलता है.
मां लक्ष्मी से जुड़ी मान्यता
साथ ही बिछिया को एक ऐसा आभूषण माना जाता है जो माता लक्ष्मी को आकर्षित करती है.
अनिवार्य आभूषण
इसी वजह से बिछिया को शादी के बाद एक अनिवार्य आभूषण माना जाता है.
चन्द्रमा से संबंध
चांदी की बिछिया को चन्द्रमा का कारक माना जाता है, जिससे पति-पत्नी का संबंध मजबूत होता है.
पौराणिक मान्यता
मान्यता है कि रामायण काल में जब रावण माता सीता का अपहरण करके ले जा रहा था, तब उन्होंने रास्ते में अपनी बिछिया निकालकर फेंक दी थी जिससे श्री राम उन्हें आसानी से ढूंढ सकें.
स्वास्थ्य के लिए अच्छा
कहा जाता है पैरों की बीच की तीन उंगलियों की नस महिलाओं के गर्भाशय और दिल से जुड़ी होती है.
वैज्ञानिक कारण
ऐसे में पांव की उंगलियों में बिछिया पहनने से प्रजनन क्षमता मजबूत होती है.