बिहार: सैकड़ों किमी यात्रा कर पैदल घर लौटने को मजबूर मजदूर, युवाओं ने की मदद
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बिहार: सैकड़ों किमी यात्रा कर पैदल घर लौटने को मजबूर मजदूर, युवाओं ने की मदद

कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के खतरे को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन (Lockdown) किया गया है. लॉकडाउन की वजह से रेल और बस सेवा पूरी तरह बंद है. वहीं, रोजगार के लिए अपने घर से दूर सूबे के दूसरे हिस्सों में काम कर रहे मजदूर भी अब खाली हैं.

लॉकडाउन की वजह से रेल और बस सेवा पूरी तरह बंद है. (फाइल फोटो)

मुजफ्फरपुर: कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के खतरे को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन (Lockdown) किया गया है. लॉकडाउन की वजह से रेल और बस सेवा पूरी तरह बंद है. वहीं, रोजगार के लिए अपने घर से दूर सूबे के दूसरे हिस्सों में काम कर रहे मजदूर भी अब खाली हैं.
 
इधर, लॉकडाउन के कारण इनके काम भी अब बंद हो गए हैं. वहां रहने और खाने की परेशानी के कारण वह अपने घर जा रहे हैं, लेकिन जाने के लिए किसी तरह की कोई साधन उपलब्ध नहीं है. इसका नतीजा यह है कि सैकड़ों किलोमीटर वह पैदल ही निकल पड़े हैं.

वहीं, सरकार और प्रशासन की तरफ से ऐसे लोगों के लिए अब तक किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. इधर, मुजफ्फरपुर में रेलवे में पुलिंग का काम करने वाले ऐसे ही लोग जो काम बंद हो जाने के बाद अपने घर भागलपुर और मुंगेर रेलवे ट्रैक को पकड़ कर लौट रहे थे, उन्हें रात होने की वजह से शहर के एलआईसी बिल्डिंग (LIC) के पास रुकना पड़ा.

यहां पर उन लोगों को शहर के युवाओं के द्वारा रहने और भोजन की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई. गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पूरे देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन कर दिया है. इस दौरान जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी चीजों पर प्रतिबंध रहेगा. वहीं, सरकार लोगों से अपील कर रही है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोग अधिक से अधिक समय तक अपने घर में रहें.

इधर, लॉकडाउन के दौरान रेलवे ने मालगाड़ी को छोड़कर सभी ट्रेनों के परिचालन को भी रोक दिया है. वहीं, कोरोना वायरस के कारण दुनिया के तमाम देशों में कई हजारों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि बिहार में भी कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार फैल रहा है.