तथाकथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को धर्मांतरण निरोधक कानून के समर्थन में आगे आना चाहिए: अमित शाह
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तथाकथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को धर्मांतरण निरोधक कानून के समर्थन में आगे आना चाहिए: अमित शाह

धर्मांतरण के मुद्दे पर राजग सरकार पर विपक्ष के तीखे प्रहारों के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज देश में धर्मांतरण निरोधक कानून की वकालत की और संसद में ऐसी पहल होने पर ‘तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों’ से इसका समर्थन करने को कहा।

तथाकथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को धर्मांतरण निरोधक कानून के समर्थन में आगे आना चाहिए: अमित शाह

कोच्चि : धर्मांतरण के मुद्दे पर राजग सरकार पर विपक्ष के तीखे प्रहारों के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज देश में धर्मांतरण निरोधक कानून की वकालत की और संसद में ऐसी पहल होने पर ‘तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों’ से इसका समर्थन करने को कहा।

शाह ने यहां कहा, भाजपा देश की अकेली ऐसी पार्टी है जिसने जबरन धर्मांतरण का विरोध किया है और तथाकथित धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों को धर्मांतरण निरोधक कानून के समर्थन में आगे आना चाहिए। अमित शाह केरल की अपनी दो दिन की यात्रा के समापन पर संवाददाताओं से बात कर रहे थे। शाह का यह दौरा 2015 के स्थानीय निकाय चुनाव और 2016 में होने वाले विधानसभा चुनाव की चुनौतियों के लिए पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को तैयार करने के लिए था।

यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा इस मुद्दे पर अल्पसंख्यक संगठनों से बातचीत करने को तैयार है, भाजपा अध्यक्ष ने कहा, इस विषय पर राजनीतिक दलों में सहमति बनने पर ही इस पर सार्वजनिक चर्चा की जा सकती है। उत्तरप्रदेश में एक हिन्दुवादी संगठन के ‘घर वापसी’ कार्यक्रम की खबर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, यह मामला अदालत के समक्ष है। मैं इसपर तब तक कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा जब तक अदालत कोई निर्णय नहीं देती है। शाह ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि भाजपा देश को साम्प्रदायिक आधार पर बांटना चाहती है। उन्होंने कहा कि देश में ऐसी कोई चीज नहीं हो रही है।

आधार और कालाधन समेत कई मुद्दों पर भाजपा के ‘यू टर्न’ की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा कि उनकी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार विदेशों में जमा कालाधन वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भाजपा आधार के पूरी तरह से खिलाफ नहीं थी। चिंता इसे लागू किये जाने से जुड़े मुद्दों के बारे में थी और इस संबंध में जरूरी बदलाव पर काम चल रहा है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सत्ता में आने पर राजग ने जो सबसे पहला काम किया, वह कालाधन का पता लगाने के लिए विशेष जांच दल गठित करने का था। कालाधन को वापस लाने के मार्ग में रूकावटों को दूर करने के लिए दूसरे देशों से द्विपक्षीय वार्ता जारी है।

उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय ने एक विशेष दल स्विटजरलैंड भेजा है और उसके बाद उस देश ने भारत के साथ सहयोग पर सहमति जतायी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस विषय को उठाया और देशों के बीच आम सहमति बनाने के लिए पहल जारी है।

शाह ने कहा, भाजपा नीत राजग ने पिछले छह महीने में इतना काम किया है जितना काम कांग्रेस नीत संप्रग ने पिछले 10 वर्षों में विदेशों में जमा कालाधन वापस लाने के लिए नहीं किया। राजग सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था सही वृद्धि दर के साथ आगे बढ़ रही है, जबकि पूर्ववर्ती संप्रग शासन के समय मंदी देखी गई थी। विदेश मामलों के बारे में उन्होंने कहा कि देश अब वैश्विक शक्ति के रूप में उभर कर सामने आया है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, दुनिया की नजरों में भारत की छवि बदली है। जहां भी प्रधानमंत्री जाते हैं, वहां भारत को सराहा जाता है। शाह ने जम्मू कश्मीर में चल रहे विधानसभा चुनाव में राज्य में सत्ता में आने का विश्वास व्यक्त किया। केरल के संबंध में उन्होंने कहा कि राज्य में पार्टी का सदस्यता अभियान जारी है और पार्टी ने कैडरों की संख्या को 40 लाख करने का लक्ष्य रखा है। पार्टी राज्य में अगले विधानसभा चुनाव के बाद अहम ताकत बनकर उभरेगी।

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