भाजपा ने किया नीतीश को समर्थन का ऐलान, कहा- बिहार में मध्यावधि चुनाव नहीं चाहते
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भाजपा ने किया नीतीश को समर्थन का ऐलान, कहा- बिहार में मध्यावधि चुनाव नहीं चाहते

भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने यहां कहा, "बिहार में नीतीश के नेतृत्व में अगर कोई भी सरकार बनती है, तो भाजपा उसका समर्थन करेगी. भाजपा विधानमंडल दल नीतीश कुमार को बतौर नेता विश्वास प्रकट करती है."

सुशील कुमार मोदी ने कहा कि भाजपा भी सरकार में शामिल होगी. (एएनआई फोटो)

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद राज्य में तेजी से बदल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नीतीश कुमार की सरकार को समर्थन करने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि नीतीश के नेतृत्व में बनने वाली सरकार में भाजपा शामिल होगी. भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने यहां कहा, "बिहार में नीतीश के नेतृत्व में अगर कोई भी सरकार बनती है, तो भाजपा उसका समर्थन करेगी. भाजपा विधानमंडल दल नीतीश कुमार को बतौर नेता विश्वास प्रकट करती है."

सुशील ने बताया कि इसकी सूचना टेलीफोन के जरिए नीतीश कुमार को भी दे दी है, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा भी सरकार में शामिल होगी. उन्होंने बताया कि जल्द ही इस फैसले से राज्यपाल को भी अवगत करा दिया जाएगा. बिहार में भ्रष्टाचार के एक मामले में फंसे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को लेकर हुए विवाद के बीच बुधवार (26 जुलाई) को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही महागठबंधन की 20 महीने पुरानी सरकार गिर गई.

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इसके पूर्व मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे का स्वागत करते हुए कहा कि भाजपा किसी भी हाल में बिहार में मध्यावधि चुनाव के पक्ष में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपनी छवि के अनुरूप भ्रष्टाचार को लेकर नहीं झुके. उन्होंने कहा कि भाजपा उनके इस कदम का स्वागत करता है. भाजपा के सरकार बनाने से संबंधित एक प्रश्न पर उन्होंने कहा, "कोई विधायक बिहार में मध्यावधि चुनाव नहीं चाहता है. ऐसे में भाजपा के विधानमंडल की बैठक में तीन लोगों की एक समिति बनाई गई है, जो बिहार में नए सियासी समीकरण और केंद्रीय नेतृत्व के बीच समन्वय स्थापित करेगा." इस समिति में सुशील कुमार मोदी, प्रेम कुमार और प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी फैसला केंद्रीय नेतृत्व को लेना है. 

नीतीश के इस्तीफे से बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया है जहां 243 सदस्यीय विधानसभा में किसी भी दल के पास बहुमत नहीं है. कुमार की जद यू को 71 सीट जबिक तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद की पार्टी राजद को 80 सीट है. भाजपा के पास 53 सीट है. अगर भाजपा और जद यू एक साथ आते हैं तो गठबंधन को विधानसभा में बहुमत मिल जाएगा.   

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बिहार में आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस के महागठबंधन में दरार के बीच सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार (26 जुलाई) को इस्तीफा दे दिया. वे शाम को जदयू विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद बिहार के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से मिलने पहुंचे थे जिसके बाद से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि वे इस्तीफा दे सकते हैं. बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद जद(यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि जितना संभव हो सका, उन्होंने गठबंधन धर्म का पालन करने की कोशिश की, लेकिन बीते घटनाक्रम में जो चीजें सामने आईं उसमें काम करना मुश्किल हो गया था.

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बिहार के सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे से बौखलाए राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने उनको आड़े हाथों लेते हुए उन पर आरोपों की बौछार कर दी. उन्होंने बुधवार (26 जुलाई) को नीतीश कुमार पर बात से पलटने का आरोप लगाते हुए एक बार फिर अपने बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे आरोपों को निराधार बताया. मुख्यमंत्री पद से नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने नीतीश के सुशासन व पारदर्शिता के दावे पर सवाल खड़ा किया है.

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