Dilip Ghosh: दिलीप घोष भड़क उठे और बोले कि यह किसी के बाप का पैसा नहीं है मैंने सांसद रहते हुए इसके लिए फंड दिया था. जब महिलाओं ने इसका विरोध किया तो वे नाराज हो गए. उन्होंने गुस्से में कहा कि बेवजह मत चिल्लाओ वरना गला दबा दूंगा.
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Kharagpur protest: पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में उस समय बवाल हो गया जब बीजेपी के सीनियर लीडर महिलाओं से भिड़ गए. यह सब तब हुआ जब एक सड़क उद्घाटन समारोह के दौरान बीजेपी के पूर्व सांसद दिलीप घोष एक विवाद में फंस गए. स्थानीय महिलाओं ने जब उनसे उनके संसदीय कार्यकाल के दौरान इलाके में नहीं आने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने अपना आपा खो दिया. गुस्से में उन्होंने न केवल महिलाओं को धमकाया बल्कि अपमानजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया. उन्होंने यह भी कह दिया कि चिल्लाओगी तो गला दबा दूंगा.
सड़क उद्घाटन के दौरान बवाल...
असल में यह घटना खड़गपुर नगरपालिका के वार्ड नंबर 6 के माठ पाड़ा इलाके में हुई है. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व सांसद दिलीप घोष एक सड़क के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे थे. स्थानीय महिलाओं ने विरोध जताते हुए सवाल किया कि जब सड़क नगरपालिका के पैसे से बनी है तो वे इसका उद्घाटन करने क्यों आए हैं. इस पर घोष भड़क उठे और बोले कि यह किसी के बाप का पैसा नहीं है मैंने सांसद रहते हुए इसके लिए फंड दिया था. जब महिलाओं ने इसका विरोध किया तो वे नाराज हो गए. उन्होंने गुस्से में कहा कि बेवजह मत चिल्लाओ वरना गला दबा दूंगा.
'चौदह पीढ़ियों को याद दिलाऊंगा'
दिलीप घोष यहीं नहीं रुके. महिलाओं ने जब यह सवाल उठाया कि सांसद रहते हुए वे कभी इलाके में नजर क्यों नहीं आए तो घोष और भड़क गए. एक महिला ने आपत्ति जताते हुए कहा कि हमारे पिता का जिक्र क्यों कर रहे हैं. आप सांसद थे. इस पर घोष ने तंज कसते हुए जवाब दिया कि मैं तुम्हारी चौदह पीढ़ियों को याद दिलाऊंगा! इसके बाद माहौल और गर्मा गया और प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने घोष की गाड़ी को घेर लिया कुछ ने कार पर हाथ भी मारा.
BJP बचाव में उतरी.. TMC हमलावर
जब बवाल बढ़ा तो दिलीप घोष ने कहा कि ये विरोध प्रदर्शन तृणमूल कांग्रेस के लोगों द्वारा किया गया था. उन्होंने कहा कि यह कोई विरोध नहीं था ये लोग सिर्फ 500 रुपये के लिए भौंक रहे थे. जो लोग भौंकते हैं उन्हें दिलीप घोष उनके बाप-दादा तक याद दिला देगा. दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस ने इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि घोष का व्यवहार अशोभनीय और अपमानजनक था.