अरुणाचल प्रदेश के BJP सांसद तापिर गाओ ने किया दावा, 'चीनी सेना कर रही है भारतीय सीमा में घुसपैठ'
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अरुणाचल प्रदेश के BJP सांसद तापिर गाओ ने किया दावा, 'चीनी सेना कर रही है भारतीय सीमा में घुसपैठ'

ताहिर गाओ ने कहा कि यह घटना चगलगाम में 2018 में हुई थी. भारत और चीन की सेना उस दौरान आमने-सामने आ गई थी. उसी इलाके में चीन ने वुडन हाउस बना कर रखा था. 

उन्होंने कहा कि चीन को कम नहीं समझना चाहिए. चीन की ओर से लगातार घुसपैठ हो रही है.

ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश से बीजेपी सांसद तापिर गाओ ने एक वीडियो जारी कर दावा किया कि चीन की सेना ने भारतीय सीमाक्षेत्र में घुसपैठ की है. तापिर गाओ ने दावा किया कि अरुणाचल प्रदेश के चगलागम से 25 किलोमीटर दूर अन्जॉ जिले में चीनी सेना ने घुसपैठ की है. साथ ही वहां एक जलधारा पर दो जगह पुल का निर्माण किया है. 

ताहिर गाओ ने कहा कि यह घटना चगलगाम में 2018 में हुई थी. भारत और चीन की सेना उस दौरान आमने-सामने आ गई थी. उसी इलाके में चीन ने वुडन हाउस बना कर रखा था. हालांकि, भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच बातचीत के बाद चीनी सेना वापस चली गई. वहीं, जब बीजेपी के कार्यकर्ता और हमारे कार्यकर्ता वहां जंगल में गए तो उन्होंने देखा कि डिमरु नाला (Doori Mallah), जो चगलगाम (Chaglagam) से 25 किलोमीटर दूर और अन्जॉ जिले में आता है, लास्ट एडमिनिस्ट्रेटिव जिला है. वहां पर चीनी सेना ने लकड़ी का पुल बनाया हुआ था और यह पुल दो जगह बने हुए थे. 

 

उन्होंने कहा कि चीनी सेना ने भारतीय क्षेत्र में वायरिंग और फेंसिंग कर दी थी. कार्यकर्ताओं ने इसका वीडियो बनाकर भेजा और मैंने इसे सार्वजनिक रूप से हाईलाइट किया. उन्होंने कहा कि चीन को कम नहीं समझना चाहिए. चीन की ओर से लगातार घुसपैठ हो रही है. साकला गांव के निवासियों का कहना है कि मैक मोहन लाइन 100 किलोमीटर दूर है. उस समय मैंने कहा था कि चीनी सेना 40-50 किलोमीटर अंदर आ जाती है. उन्होंने कहा कि 2019 में भी अगर यह हो रहा है तो, यह देश के लिए चिंता की बात है. उन्होंने कहा कि चीनी सेना हर साल 1-2 किलोमीटर की घुसपैठ कर रही है.

उन्होंने कहा कि चीन भारतीय सीमा में बहुत अंदर तक आ चुका है. मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार पर भरोसा है कि चीन के साथ में जैसा वार्तालाप होना चाहिए, जैसा बर्ताव करना चाहिए, वह करेंगे. उन्होंने कहा कि चीनी सेना की घुसपैठ की यह पहली खबर नहीं है. उन्होंने कहा कि उस जगह पर इंफ्रास्ट्रक्चर और रोड कनेक्टिविटी नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें बॉर्डर तक सड़कें बनानी होंगी. 

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