Jammu Kashmir Rajya Sabha Election: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जम्मू-कश्मीर से आगामी राज्यसभा चुनावों के लिए तीन उम्मीदवारों के नामांकन के साथ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने तीन उम्मीदवारों ने भी अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. जानें बीजेपी को कितनी सीट मिलने की उम्मीद है
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Rajya Sabha Election: जम्मू-कश्मीर में आगामी राज्यसभा चुनावों के लिए हर पार्टी ने अपनी कमर कस ली है. नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने तीन उम्मीदवारों चौधरी मुहम्मद रमज़ान, शम्मी ओबेरॉय और सज्जाद किचलू के लिए राज्यसभा नामांकन भी दाखिल किए हैं. उधर बीजेपी के उम्मीदवारों ने भी अपने नामांकन पत्र दाखिल किए. 24 अक्टूबर को होने वाले चुनावों से पहले श्रीनगर स्थित विधानसभा परिसर में नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं.
एनसी के तीन उम्मीदवार
नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के तीनों उम्मीदवारों के नाम 10 अक्टूबर को पार्टी कोर कमेटी की बैठक में तय किए गए थे. पार्टी नेतृत्व ने बताया कि वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने स्वास्थ्य कारणों से इस दौड़ से हटने का फैसला किया है. एनसी ने चौथी राज्यसभा सीट अपने गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के लिए छोड़ दी थी. हालांकि, कांग्रेस ने अंततः उस सीट पर उम्मीदवार न उतारने का फैसला किया, क्योंकि यह बहुत जोखिम भरा था. पार्टी सूत्रों के अनुसार, अब एनसी चौथी सीट पर भी चुनाव लड़ेगी और चौथी सीट के लिए नाम की घोषणा जल्द ही की जाएगी.
कौन हैं चौधरी मुहम्मद रमज़ान?
नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता और उम्मीदवार चौधरी मुहम्मद रमज़ान ने पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पूरे एनसी कार्यकर्ताओं के प्रति उनके विश्वास और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया. चौदरी रमज़ान ने कहा कि वह "सभी ज़रूरी मुद्दों को सदन में उठाएंगे और प्राथमिक मुद्दा राज्य का दर्जा रहेगा, इसलिए वह पार्टी के रुख का समर्थन करेंगे." रमज़ान एक वरिष्ठ नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और पूर्व मंत्री हैं जो उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा से आते हैं. चिनाब घाटी से नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक अन्य उम्मीदवार और वरिष्ठ नेता सज्जाद अहमद किचलू ने राज्यसभा में नामांकन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें चिनाब घाटी को प्रतिनिधित्व देने के लिए बधाई दी है. उन्होंने कहा कि इसे क्षेत्र के लोगों की आकांक्षाओं की पूर्ति के रूप में देखा जा रहा है.
सज्जाद किचलू ने भी भरा पर्चा
सज्जाद किचलू ने कहा, "मैं नेतृत्व का आभारी हूँ जिन्होंने चिनाब घाटी के लोगों को प्रतिनिधित्व दिया है और मैं उन सभी वास्तविक मुद्दों को सदन में उठाऊँगा जिनका पार्टी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से वादा किया है और मुख्य ध्यान राज्य का दर्जा और हमारी पहचान से जुड़े अन्य प्रमुख मुद्दों पर होगा." किश्तवाड़ के एक वरिष्ठ नेता किचलू के चयन को चिनाब घाटी में अपनी उपस्थिति मजबूत करने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है. चिनाब घाटी से किचलू और उत्तरी कश्मीर से चौधरी मुहम्मद रमज़ान सहित विभिन्न क्षेत्रों से उम्मीदवारों को नामांकित करके, नेशनल कॉन्फ्रेंस अपने राज्यसभा नामांकन में व्यापक क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व पेश करने का प्रयास कर रही है.
शमई ओबेरॉय को कौन हैं?
तीसरे उम्मीदवार शमई ओबेरॉय को 10 अक्टूबर को हुई एनसी कोर कमेटी की बैठक के बाद चौधरी मुहम्मद रमज़ान और सज्जाद किचलू के साथ नामांकित किया गया था. ओबेरॉय एक व्यवसायी से राजनेता बने हैं. ओबेरॉय पार्टी के कोषाध्यक्ष हैं और सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्हें मुख्यमंत्री और एनसी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला का करीबी सहयोगी और भरोसेमंद माना जाता है. यह नामांकन एनसी की व्यापक क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें ओबेरॉय जम्मू क्षेत्र और सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं.
भारत माता की जय के साथ बीजेपी उम्मीदवारों ने किया नामांकन
उधर भारत माता की जय". "वंदेमातरम्" जैसे नारे लगाते हुए, उत्सवी और उल्लासपूर्ण माहौल में सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा उम्मीदवारों ने राज्यसभा की तीन सीटों के लिए नामांकन दाखिल किया. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, 28 भाजपा विधायकों और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ, उम्मीदवार जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए श्रीनगर स्थित विधान सभा परिसर में जुलूस की शक्ल में आगे बढ़े. भाजपा ने रविवार, 12 अक्टूबर को रिक्त चार सीटों में से तीन के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की. पार्टी को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अपनी ताकत के आधार पर एक सीट जीतने का भरोसा है और उम्मीद है कि वह अन्य सीटों के लिए भी चुनाव को प्रभावित करेगी. मतदान 24 अक्टूबर, 2025 को होगा.
बीजेपी की तरफ़ से उम्मीदवार जो मैदान में हैं, उनमें सतपाल शर्मा, राकेश महाजन, अली मोहम्मद मीर शामिल हैं.
सतपाल शर्मा: जम्मू-कश्मीर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और मंत्री, उन्हें पार्टी की "सुरक्षित सीट" के लिए उम्मीदवार माना जा रहा है, जहाँ जम्मू का प्रतिनिधित्व करने के कारण उन्हें संख्यात्मक लाभ है.
राकेश महाजन: जम्मू-कश्मीर भाजपा इकाई के उपाध्यक्ष, राजौरी-पुंछ का प्रतिनिधित्व करते हैं.
अली मोहम्मद मीर: कश्मीर के बडगाम जिले से पार्टी के एक वरिष्ठ नेता, जो कश्मीर का प्रतिनिधित्व करते हैं.
चार सीटें हुईं थीं खाली
पीडीपी सांसद मीर मोहम्मद फैयाज और नजीर अहमद लावे, भाजपा सांसद शमशेर सिंह और कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद फरवरी 2021 में ये चार सीटें खाली हो गई थीं. 90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 28 विधायकों के साथ, भाजपा का कम से कम एक सीट जीतना तय है. पार्टी का तीन सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला चुनाव को और अधिक प्रतिस्पर्धी बना देगा. सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और उसकी सहयोगी कांग्रेस ने भी चार सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है.