भाजपा ने भी 2जी चर्चा में की थी पीएम की मौजूदगी की मांग : कांग्रेस
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भाजपा ने भी 2जी चर्चा में की थी पीएम की मौजूदगी की मांग : कांग्रेस

कांग्रेस अपनी इस मांग पर गुरुवार को कायम रही कि नोटबंदी मुद्दे पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री उनकी बातें सुनें और जतायी जाने वाली चिंताओं का जवाब दें। इसके साथ ही पार्टी ने कहा कि वह 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले पर चर्चा के दौरान भाजपा द्वारा दिखायी गयी राह का अनुसरण कर रही है जब मौजूदा सत्तारूढ दल विपक्ष में था।

भाजपा ने भी 2जी चर्चा में की थी पीएम की मौजूदगी की मांग : कांग्रेस

नई दिल्ली : कांग्रेस अपनी इस मांग पर गुरुवार को कायम रही कि नोटबंदी मुद्दे पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री उनकी बातें सुनें और जतायी जाने वाली चिंताओं का जवाब दें। इसके साथ ही पार्टी ने कहा कि वह 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले पर चर्चा के दौरान भाजपा द्वारा दिखायी गयी राह का अनुसरण कर रही है जब मौजूदा सत्तारूढ दल विपक्ष में था।

कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि जिस प्रकार अगस्त 2013 में भाजपा ने प्रधानमंत्री की उच्च सदन में मौजूदगी की मांग की थी, कांग्रेस को भी ऐसा करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा, ‘हम वही सिद्धांत अपना रहे हैं जिसे भाजपा ने 2013 में अपनाया था और उसने मांग की थी कि प्रधानमंत्री स्पष्टीकरण दें। हम भी मांग कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष द्वारा जतायी जाने वाली चिंताओं पर स्पष्टीकरण दें।’ 

रमेश ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, जिन्होंने आज राज्यसभा में नोटबंदी की तीखी आलोचना की, किसानों तथा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की ओर से अपने खासे अनुभव के आधार पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सिंह के पास सार्वजनिक जीवन का लंबा अनुभव है और वह सरकार में कई शीर्ष पदों पर रह चुके हैं। वह अपने शब्दों का चयन विवेकपूर्ण तरीके से करते हैं और किसी नाटकीयता का सहारा नहीं लेते। प्रधानमंत्री को अपने पूर्ववर्ती के विचारों को सुनना चाहिए। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री अपना रूख स्पष्ट करें।

कांग्रेस नेता ने कहा कि सिंह ने अपने भाषण में आगाह किया कि भारत की जीडीपी पर कम से कम दो प्रतिशत का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों ने आशंका जतायी है कि इस साल जीडीपी विकास दर सिर्फ पांच प्रतिशत होगी। रमेश ने कहा कि नोटबंदी का फैसला प्रधानमंत्री द्वारा किया गया इसलिए विपक्ष की मांग है कि वह चर्चा में मौजूद रहें। पूरा विपक्ष अपनी मांग पर एकजुट है कि चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री सदन में मौजूद रहें और सभी दलों के विचार सुनें और उन्हें स्पष्टीकरण दें।

विपक्ष के चर्चा से भागने के वित्त मंत्री अरुण जेटली के आरोप पर रमेश ने कहा कि वे चर्चा को आगे बढ़ाना चाहते हैं लेकिन भाजपा और प्रधानमंत्री चर्चा से भाग रहे हैं। रमेश ने कहा कि अगर कोई राज्यसभा की कार्यवाही का फुटेज देखे तो पता लगेगा कि सत्तापक्ष के सदस्यों को हंगामा करने और आसन के समीप आने के लिए उकसाया जा रहा है। 

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री जापान जाते हैं, वह गोवा जाते हैं, वह गाजीपुर जाते हैं, वह हर जगह जाते हैं.. इसलिए वह सदन में क्यों नहीं बैठ सकते, उन्हें सदन में बैठना और सुनना चाहिए, इसमें अधिकतम चार घंटे लगेंगे।’ उन्होंने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के कक्ष में आज दिन में सभी विपक्षी दलों की बैठक हुयी जिसमें तय किया गया कि जब तक प्रधानमंत्री सदन में आकर उनकी बातें नहीं सुनते और उनकी चिंताओं पर अपने जवाब नहीं देते, कोई चर्चा नहीं होगी।

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