नई दिल्ली: पाकिस्तान की ओर से लगातार संघर्षविराम उल्लंघन पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के कई पोस्ट और बंकर तबाह कर दिए. इतना ही नहीं सीमा सुरक्षा बल ने पाकिस्तानी रेंजर्स के हथियार भी तबाह किए. पाकिस्तानी सेना ने जम्मू और राजौरी जिलों के तीन सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगते भारतीय ठिकानों पर गोलीबारी की और मोर्टार दागे. सीमा सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने सोमवार (22 जनवरी) को बताया कि 21 जनवरी को जम्मू जिले के कांचक इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी गोलीबारी में एक नागरिक की मौत हो गयी और दो घायल हो गये. गुरुवार (18 जनवरी) से संघर्ष विराम उल्लंघन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ कर 12 हो गयी और 60 से अधिक लोग घायल हो गये. जम्मू क्षेत्र में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्कूल लगातार बंद हैं.


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जम्मू और सांबा जिलों में लगातार होती रही गोलीबारी
अधिकारी ने बताया, ‘‘परगवाल, मठ, आरएसपुरा, अरनिया और रामगढ़ सेक्टरों (जम्मू और सांबा जिलों के) में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रात भर गोलीबारी होती रही.’’ उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी जवानों ने 1 जनवरी की रात जम्मू के कांचक सेक्टर के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर फिर से गोलीबारी शुरू कर दी. अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी जवानों ने 21 जनवरी की शाम राजौरी जिले के भवानी, कराली, सैड, नुंब और शेर मकरी इलाकों में नियंत्रण रेखा पर भी फिर से भारी गोलीबारी की.



पाकिस्तानी गोलाबारी से वीरान हुआ अरनिया कस्बा, LoC के पास 40000 से अधिक लोगों ने छोड़ा घर


संघर्ष विराम उल्लंघन में अब तक 12 की गई जान
संघर्ष विराम उल्लंघन में अब तक सात नागरिक, तीन सैन्यकर्मी और बल के दो जवान शहीद हुये हैं. गुरुवार (18 जनवरी) को बल का एक जवान शहीद हो गया और एक किशोरी की मौत हो गयी. शुक्रवार (19 जनवरी) को पाकिस्तानी गोलीबारी में दो नागरिक सहित बल का एक जवान और सेना के एक जवान सहित चार व्यक्ति मारे गये थे और 40 से अधिक घायल हो गये. शनिवार (20 जनवरी) को संघर्ष विराम उल्लंघन में तीन नागरिक और सेना का एक जवान शहीद हो गया जबकि 16 अन्य घायल हो गये.


40000 लोगों ने छोड़ा घर
बल के अधिकारियों ने बताया कि अधिकारी स्थिति पर करीबी नजर रखे हुये हैं और लोगों को त्वरित सहायता पहुंचाने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस टीमों रवाना कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि लोगों को घरों के भीतर रहने और अपने इलाकों में किसी भी संदिग्ध वस्तुओं को नहीं छुने का निर्देश दिया है क्योंकि यह विस्फोटक हो सकता है. गुरुवार (18 जनवरी) को सीमा पार से गोलीबारी शुरू हुयी और 40,000 लोगों को अपना घर छोड़ने को विवश होना पड़ा और अपने परिजनों के साथ पुनर्वास केन्द्रों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है.


(इनपुट एजेंसी से भी)