BJP से नाराज हुई TDP, दिए गठबंधन से अलग होने के संकेत
राव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एन चंद्राबाबू नायडू ने सभी राज्य विभागों के सचिवों को दिल्ली में संबंधित मंत्रालयों द्वारा आंध्र प्रदेश को किए जाने वाले विशिष्ट आवंटन का विवरण जानने के लिए निर्देश दिए हैं.
अमरावती : 1 फरवरी 2018 को वित्त मंत्री अरूण जेटली ने मोदी सरकार का आखिरी पूर्णकालिक बजट पेश कर दिया है. जेटली के बजट पेश करने के बाद तमाम राज्य केंद्र सरकार पर भेदभाव करने के आरोप लग रहे हैं. आंध्र प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और तेलगू देश पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के. काला वेंकटराव ने कहा है कि राज्य सरकार इस बजट से असंतुष्ट है. राव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एन चंद्राबाबू नायडू ने सभी राज्य विभागों के सचिवों को दिल्ली में संबंधित मंत्रालयों द्वारा आंध्र प्रदेश को किए जाने वाले विशिष्ट आवंटन का विवरण जानने के लिए निर्देश दिए हैं.
कैबिनेट की बैठक में हुआ मंथन
शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्राबाबू नायडू ने कैबिनेट की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में केंद्रीय बजट पर प्रदेश के सभी मंत्रियों ने मंथन किया. इस बैठक में मंत्रियों ने आंध्र प्रदेश सामग्री निगम, आंध्र प्रदेश ड्रोन कॉरपोरेशन की स्थापना, 597 बेडरूम के साथ गुंटूर जनरल अस्पताल में मातृ एवं बाल स्वास्थ्य देखभाल केंद्र की स्थापना, चिकित्सा बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विश्व बैंक ऋण, शहरी एक साल में पांच लाख घरों के निर्माण के लिए आवास परियोजना की शुरुआत करने के लिए हरी झंडी दिखाई.
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साल से था मदद का इंतजार
कैबिनेट की बैठक खत्म होने बाद राज्य के कैबिनेट मंत्री एस. चंद्रमोहन रेड्डी ने कहा कि बजट को लेकर आंध्र प्रदेश के सीएम बजट को लेकर असंतोष केंद्र सरकार को बताएंगे. उन्होंने बताया कि कैबिनेट की बैठक में पार्टी के नेताओं ने नायडू से कहा कि केंद्रीय बजट से उन्हें काफी निराशा का सामना करना पड़ा है. तेलंगाना राज्य से अलग होने के बाद पिछले 4 सालों से राज्य को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, तब से लेकर अब तक राज्य सरकार केंद्र की तरफ आस भरी निगाहों से देख रही है. लेकिन अंत में उसके हाथों निराशा ही आई है.
आंध्र के हितों से समझौता नहीं
वहीं, टीडीपी के नेता और केंद्रीय मंत्री सुजाना चौधरी ने कहा कि उन्हें केंद्रीय बजट से निराशा तो हुई है लेकिन वह आंध्र प्रदेश के हितों से किसी भी तरह का समझौता नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को पोलावरम प्रोजेक्ट, प्रदेश की नई राजधानी अमरावती के डेवलपमेंट, विशाखापट्टनम मेट्रो प्रोजेक्ट और विशाखापट्टनम रेलवे जोन के लिए फंड देना चाहिए था, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ.
रिश्तों में आई दरार
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दोस्ती का हवाला देते हुए सहयोगी दल बीजेपी के साथ विवाद पर बोलने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि वह इस बारे में तब बोलेंगे, जब भगवा दल गठबंधन जारी रखना नहीं चाहेगा. नायडू ने अपनी सरकार के खिलाफ पिछले कुछ दिनों में बीजेपी के कुछ नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों पर एक सवाल के जवाब में यह कहा. तेलुगू देशम पार्टी (तेदपा) प्रमुख नायडू ने कहा कि मुद्दे के बारे में सोचना बीजेपी नेताओं पर निर्भर है. उन्होंने कहा, ‘मैं मित्रपक्ष धर्म के चलते कुछ नहीं कहूंगा. उनके नेतृत्व को इस बारे में सोचना चाहिए.’