बुराड़ी में फिर मचा हड़कंप, जानिए इस बार किस वजह से सुर्खियों में है बुराड़ी
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बुराड़ी में फिर मचा हड़कंप, जानिए इस बार किस वजह से सुर्खियों में है बुराड़ी

बुराड़ी के शक्ति एंक्लेव में 65 बिल्डिंगों पर नोटिस चिपकाया गया है और कहा गया कि 24 घंटे के अंदर इसे खाली कर दिया जाए.

यमुना किनारे रेतीली जमीन पर चार मंजिल फ़ैलेट्स बनाकर लोगों को बेचे गए थे लेकिन अब उन बिल्डिंग पर एमसीडी का हथौरा चलना शुरू हो गया है

नई दिल्लीः उत्तर पूर्वी दिल्ली के बुराड़ी में एक बार फिर हड़कंप मच गया है. इस बार बुराड़ी कांड नहीं बल्कि लोगों के आशियाने उजड़ने को लेकर हड़कंप मचा है. दरअसल,बुराड़ी में कई लोग बेघर होने जा रहे है. क्योंकि बिल्डरों ने जहां फ़ैलेट्स बनाकर बेचे वो जगह तो सही पर वहां कमर्शियल फ़ैलेट्स बनाना गैर कानूनी है. यमुना किनारे रेतीली जमीन पर चार मंजिल फ़ैलेट्स बनाकर लोगों को बेचे गए थे लेकिन उन बिल्डिंग पर एमसीडी का हथौरा चलना शुरू हो गया है. इसके अलावा कई बिल्डर्स और अधिकारियों पर FIR भी दर्ज हो सकती है.

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इस बात की पड़ताल करने ज़ी मीडिया की टीम बुराड़ी के शक्ति इन्क्लेव इलाके में पहुंची तो पाया कि वहां के लोगों में हड़कंप मचा हुआ है.शक्ति इन्क्लेव के RWA के अध्यक्ष और सचिव ने ज़ी मीडिया को बता कि 3 अगस्त के करीब सुप्रीम कोर्ट मॉनिटरिंग कमेटी ने इस इलाके का जायजा लिया था उसके बाद से ही शक्ति एंक्लेव में 65 बिल्डिंगों पर नोटिस चिपकाया गया है और कहा गया कि 24 घंटे के अंदर इसे खाली कर दिया जाए क्योंकि इसका निर्माण अवैध तौर पर हुआ है. 

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दरअसल, बुराड़ी के शक्ति एंक्लेव में सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी द्वारा 65 से ज्यादा फ्लैटों को कुछ घंटों के अंदर ही खाली करने का नोटिस दिया गया था. ये सभी फ़ैलेट्स शक्ति इन्क्लेव के है जो रजिस्टर्ड है. इससे पहले पिछले एक सप्ताह में बड़ी संख्या में अवैध बनाए गए काफी बहुमंजिला फ़ैलेट्स को गिरा दिया गया है जिनमें लोग नहीं रह रहे थे और जो बनकर तैयार थे.अब इन अवैध फ़ैलेट्स के साथ-साथ लाल डोरे में बनाए गए फ्लैटों पर भी नोटिस आने से लोग बेहद परेशान है.लोगों ने जिंदगी भर की कमाई लगाकर यहां फ्लैट खरीदे थे तो किसी ने बैंक से लोन लेकर यहां फ्लैट खरीदा था. 

आपको बता दें कि शक्ति एंक्लेव लाल डोरे की जमीन में बसा हुआ है जहां पर आवास बनाया जा सकता है.यहां लोगों ने रजिस्ट्रियां भी करवाई है साथ ही हाउस टैक्स लोग दे रहे हैं. अवैध कॉलोनियों की तरह बिजली पानी तो आम बात है.फिलहाल यहां साठ से ज्यादा घरों में इस तरह के नोटिस फ्लैटों में नोटिस आने से हड़कंप मचा हुआ है.बुराड़ी में काफी जगह पर लोगों के पैसे बिल्डरों द्वारा बनाई जा रही है फ्लैटों में फंस गए हैं.यदि शक्ति एंक्लेव की बात की जाए तो उनकी जमीन अवैध नहीं है वह लाल डोरे के अंदर बसा है लेकिन वहां पर लाल डोरे में रहने के लिए घर बनाना वैध होता है लेकिन यहां बिल्डरों ने बहुमंजिला बिल्डिंग बना डाली और ना ही पार्किंग आदि की दूसरी सुविधाएं दी गई. 

ग्रामीण इलाके के लाल डोरे में कमर्शियल प्लाट शहरों की तरह बसाकर बेच दिए गए.इन लोगों ने जब यहां पर फ्लैट खरीदे और प्रशासन ने इन फ्लैटों की रजिस्ट्री भी कर दी.तब इन्हें किसी भी विभाग ने यह नहीं कहा कि ये फ्लैट अवैध है. अब बिल्डरों ने ये फ्लैट्स कमर्शियल तरीके से यहां पर बनाकर लोगों को बेच दिए.

जब गरीबों का पैसा यहां पर लग गया यहां अपने आशियाने लोगों ने खरीद लिए तब यहां पर सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी का नोटिस चस्पा हो गया है, जिसमें लिखा है कि यहां 65 फ्लैटों को कुछ घंटों के अंदर खाली किया जाए इन्हें सील किया जाएगा. क्योंकि जिस जमीन पर यह फ्लैट बने हैं वह जमीन तो वैध है लेकिन इसके ऊपर जो कमर्शियल कंस्ट्रक्शन किया गया है वह अवैध है और रेतीली जमीन पर 4 मंजिल इमारतें खड़ी कर दी गई जो खतरनाक भी है. अब स्थानीय लोग उनके साथ हुई नाइंसाफी के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं और कहना है कि वे अपना आशियाना खाली नहीं कर सकते वे कहां जाएंगे. यहां दोषी तो वे अधिकारी है जिन्होंने इन सबकी रजिस्ट्री भी कर डाली. 

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