छोटा राजन की दवाओं का बैग तिहाड़ जेल प्रशासन को सौंपने का CBI को निर्देश
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छोटा राजन की दवाओं का बैग तिहाड़ जेल प्रशासन को सौंपने का CBI को निर्देश

दिल्ली की एक अदालत ने इंडोनेशिया में गिरफ्तारी के वक्त अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के पास से मिला दवाओं का बैग तिहाड़ जेल के अधीक्षक को सौंपने का निर्देश केन्द्रीय जांच ब्यूरो को दिया है। छोटा राजन न्यायिक हिरासत के दौरान इसी जेल में बंद है।

छोटा राजन की दवाओं का बैग तिहाड़ जेल प्रशासन को सौंपने का CBI को निर्देश

नयी दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने इंडोनेशिया में गिरफ्तारी के वक्त अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के पास से मिला दवाओं का बैग तिहाड़ जेल के अधीक्षक को सौंपने का निर्देश केन्द्रीय जांच ब्यूरो को दिया है। छोटा राजन न्यायिक हिरासत के दौरान इसी जेल में बंद है।

अदालत ने राजन के वकील की अर्जी पर यह आदेश दिया। इस अर्जी में अनुरोध किया गया था कि सीबीआई को उसके मुवक्किल को दवायें सौंपने का निर्देश दिया जाये। इसके जवाब में सीबीआई ने कहा कि इंडोनेशिया से निर्वासित किये जाने के बाद राजन को इंटरपोल ने उसके सामान सहित, जो गिरफ्तारी के वक्त उसके पास था, उसे सौंप दिया था। इस सामान में दवाओं का एक बैग भी था। जांच ब्यूरो ने कहा कि जांच के लिये बैग की जरूरत नहीं है परंतु हिरासत के दौरान राजन द्वारा ली जाने वाली दवाओं के बारे में जेल चिकित्सक से पहले स्वीकृति ली जानी चाहिए।

विशेष न्यायाधीश विनोद कुमार ने अपने आदेश में कहा, जांच अधिकारी को निर्देश दिया जाता है कि दवाओं का बैग संबंधित जेल अधीक्षक को सौंप दिया जाये जो जेल प्राधिकारियों से पहले अनुमति प्राप्त करके उन दवाओं को आरोपी (राजन) को उपलब्ध करायेंगे। अदालत ने अपने आदेश में यह भी कहा कि तीन दिसंबर को जब आरोपी को वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से हिरासत की कार्यवाही के लिये पेश किया गया था तो राजन ने अपने वकील से इस संबंध में अर्जी दायर करने का अनुरोध किया था।

27 साल तक फरार रहने के बाद निर्वासित किया गया 55 वर्षीय गैंगस्टर, जिसका असली नाम राजेन्द्र सदाशिव निकल्जे है, इस समय कथित रूप से फर्जी पासपोर्ट के मामले में तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में है। कभी फरार आतंकी और अंडरवर्ल्ड डान दाउद इब्राहीम का भरोसेमंद साथी रह चुके राजन को दिल्ली और मुंबई में हत्या, जबरन उगाही और मादक पदार्थों की तस्करीं के 70 से अधिक मुकदमों का सामना करने के लिये भारत लाया गया है। बाली में 25 अक्तूबर को राजन की गिरफ्तारी के बाद भारत ने उसे शीघ्र निर्वासित करने का इंडोनेशिया से आग्रह किया था।

 

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