गौरी लंकेश मामले का मुख्य आरोपी दाभोलकर हत्या मामले का भी मुख्य साजिशकर्ता : सीबीआई
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गौरी लंकेश मामले का मुख्य आरोपी दाभोलकर हत्या मामले का भी मुख्य साजिशकर्ता : सीबीआई

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर हत्या मामले में अपनी जांच के संबंध में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मुख्य आरोपी अमोल काले को गुरूवार को अपनी हिरासत में ले लिया.

सीबीआई को ऐसा संदेह है कि दाभोलकर की हत्या का मुख्यषड्यंत्रकर्ता भी काले है. (फाइल फोटो)

पुणे/मुम्बई: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर हत्या मामले में अपनी जांच के संबंध में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मुख्य आरोपी अमोल काले को गुरूवार को अपनी हिरासत में ले लिया. एजेंसी ने कहा कि सीबीआई को ऐसा संदेह है कि दाभोलकर की हत्या का मुख्यषड्यंत्रकर्ता भी काले है. पुणे की एक अदालत ने दाभोलकर मामले में काले को गुरूवार को 14 सितम्बर तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया.

 

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जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि वह व्यक्ति काले ही था, जिसने कथित रूप से दो हमलावरों को हथियार और दुपहिया वाहन उपलब्ध कराया था. इन हमलावरों ने 20 अगस्त, 2013 को पुणे में दाभोलकर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. दो कथित हमलावरों सचिन अंदुरे और शरद कलस्कर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. सीबीआई ने बेंगलुरू में एक जेल से काले को अपनी हिरासत में लिया था. 

 

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लिखित आवेदन देकर सीबीआई ने की रिमांड की मांग
सीबीआई ने गुरूवार को पुणे में उसे न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) एसएमए सैयद के समक्ष पेश किया. सीबीआई वकील विजय कुमार धाकने ने उसे रिमांड पर दिए जाने का आग्रह करते हुए कहा कि वह मौखिक तर्क नहीं देंगे, क्योंकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने इन मामलों में गोपनीयता बनाए रखने के लिए जांच एजेंसियों को निर्देश दिए है. उन्होंने इसके बजाय एक लिखित आवेदन सौंपा. सीबीआई के वकील ने अदालत को बताया कि काले दाभोलकर हत्या मामले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है.

काले से केवल दाभोलकर मामले में हो पूछताछ- बचाव पक्ष
बचाव पक्ष के वकील धर्मराज चंदेल ने सीबीआई की मांग का विरोध करते हुए कहा कि यदि काले के खिलाफ प्रथमदृष्टया सबूत भी है, तो भी उसे पूछताछ के लिए हिरासत में दिये जाने का वारंट नहीं दिया जाना चाहिए. उन्होंने मांग की कि काले को केवल दाभोलकर हत्या मामले में ही पूछताछ की जानी चाहिए. लंकेश मामले में कर्नाटक पुलिस के विशेष जांच दल ने इस वर्ष मई में काले को गिरफ्तार किया था. गौरी लंकेश की पांच सितम्बर, 2017 को बेंगलुरू में उनके घर के बाहर हत्या कर दी गई थी. इससे पूर्व सीबीआई अधिकारियों ने बताया था कि काले ने कथित रूप से अंदुरे को पिस्तौल दी थी. ऐसी आशंका है कि लंकेश हत्या मामले में इस पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था. 

सीबीआई करा सकती है काले का अन्य आरोपियों से सामना 
एक जांच अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान सीबीआई काले का सामना शरद कलस्कर, अमित दिगवेकर और राजेश बांगरा से करा सकती है. कर्नाटक पुलिस ने लंकेश मामले में दिगवेकर और बांगरा को गिरफ्तार किया था. ये दोनों कथित रूप से दाभोलकर हत्या की साजिश में भी शामिल हैं और सीबीआई ने इन्हें पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया.

(इनपुट भाषा से)

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