CBSE पेपर लीक: कांग्रेस ने एचआरडी मंत्री, सीबीएसई प्रमुख से मांगा इस्तीफा; SC के जज से जांच की मांग
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CBSE पेपर लीक: कांग्रेस ने एचआरडी मंत्री, सीबीएसई प्रमुख से मांगा इस्तीफा; SC के जज से जांच की मांग

कांग्रेस ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि देश के चौकीदार को इसकी खबर नहीं है. किंतु चौकीदार तो रजाई ओढ़ कर सोने का स्वांग कर रहे हैं क्योंकि चोर से उनकी कहीं न कहीं नातेदारी है.’’

सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण में फूलने-फलने वाले शिक्षा माफिया ने लाखों विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में डाल दिया है. (ANI/29 March, 2018)

नई दिल्ली: कांग्रेस ने सीबीएसई की दसवीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा पत्र लीक होने के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार पर देश की युवा शक्ति के भविष्य को अंधकार में डालने का आरोप लगाते हुए गुरुवार (29 मार्च) को मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर एवं सीबीएसई अध्यक्ष अनीता कारवाल के इस्तीफे की मांग की. पार्टी ने इस मामले की उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराने की भी मांग की है. कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि मोदी सरकार देश की युवा शक्ति पर ग्रहण लगाने पर तुली है और उसके भविष्य को अंधकारमय बना रही है. उन्होंने कहा कि सबसे शर्मनाक बात यह कि अब तो देश के भविष्य को भी चुराया जा रहा है.

  1. अपराध शाखा ने जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया
  2. 10वीं कक्षा की गणित और 12वीं कक्षा की अर्थशास्त्र की परीक्षा दोबारा होगी
  3. मामले की तेजी से जांच में जुटी पुलिस

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि देश के चौकीदार को इसकी खबर नहीं है. किंतु चौकीदार तो रजाई ओढ़ कर सोने का स्वांग कर रहे हैं क्योंकि चोर से उनकी कहीं न कहीं नातेदारी है.’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि दसवीं और बारहवीं की परीक्षा विद्यार्थी के भविष्य की बुनियाद होती है. ‘‘मोदी सरकार ने सीबीएसई के तीन पत्र लीक करवा कर उनकी बुनियाद को चुरा लिया है.’’

उन्होंने कहा कि इससे पहले भी व्यापम घोटाले और एसएससी परीक्षाओं में गड़बड़ी के कारण युवाओं का भविष्य अधिकार में डाला गया है. उन्होंने कहा कि केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) एकाउंट्स, अर्थशास्त्र एवं गणित के परीक्षा पत्र ही नहीं लीक हुए, बल्कि भौतिकशास्त्र एवं जीव विज्ञान के पेपर लीक होने की बात भी सामने आ रही है जिसकी जांच नहीं हुई.

सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण में फूलने-फलने वाले शिक्षा माफिया ने लाखों विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में डाल दिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया कि ‘‘क्या एग्जाम वारियर अब चीटिंग वारियर हो गये हैं?’’ उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री मोदी एवं तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने सीबीएसई के अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद को दो साल तक खाली क्यों रखा ? आखिरकार इस पद पर जुलाई 2016 को नियुक्ति की गयी, लेकिन उन्हें बाद में हटा दिया गया. इसके बाद सितंबर 2017 में इस पद अनीता करवाल को नियुक्त किया गया. दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने इस मामले में दो अलग अलग मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

पेपर लीक मामले में 2 मामले दर्ज
इस बीच, अपराध शाखा के विशेष आयुक्त आर पी उपाध्याय और अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से बुधवार (28 मार्च) शाम आगे की जांच पर चर्चा की. दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी करके कहा कि सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक की शिकायत पर उन्होंने दो मामले दर्ज किए हैं. पहला मामला अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के संबंध में मंगलवार (27 मार्च) दर्ज किया था, वहीं 10वीं का पेपर लीक होने का मामला बुधवार (28 मार्च) को दर्ज किया गया.

ये मामले धोखाधड़ी (420), आपराधिक षडयंत्र (120बी) और आपराधिक विश्वासघात (406) के आरोप में दर्ज किए गए हैं. मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है जिसमें दो पुलिस उपायुक्त, चार सहायक पुलिस आयुक्त और पांच निरीक्षक शामिल हैं. यह दल संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) की निगरानी में काम करेगा.

जांच के लिए एसआईटी का गठन
सीबीएसई द्वारा अपराध शाखा में दो मामले दर्ज करने के बाद एसआईटी का गठन हुआ है. पहला मामला मंगलवार (27 मार्च) शाम दर्ज हुआ था, जिसमें सीबीएसई की 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र विषय के प्रश्न-पत्र लीक होने का मामला था, तथा बुधवार (28 मार्च) को दर्ज दूसरे मामले में 10वीं के गणित विषय के प्रश्न-पत्र लीक का मामला था. 12वीं की अर्थशास्त्र की परीक्षा 26 मार्च को, जबकि 10वीं की गणित की परीक्षा 28 मार्च को हुई थी.

सीबीएसई पेपर लीक: बोर्ड ने पुन: परीक्षा का ऐलान किया
पेपर लीक की खबरों के बीच सीबीएसई ने बुधवार (28 मार्च) को घोषणा की है कि 10वीं कक्षा की गणित और12 वीं कक्षा की अर्थशास्त्र की परीक्षा दोबारा ली जाएगी. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड( सीबीएसई) ने परीक्षा फिर से लिए जाने के बारे में सर्कुलर जारी कर कहा कि इस बारे में तारीखों और अन्य जानकारी को बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा. इसमें कहा गया, ‘‘जैसा कि खबरों में आया है, कुछ परीक्षाओं के आयोजन में कुछ घटनाओं का बोर्ड ने संज्ञान लिया है. बोर्ड परीक्षाओं की शुचिता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए और छात्रों के हित में बोर्ड ने उक्त विषयों की दोबारा परीक्षा लेने का फैसला किया है.’’

(इनपुट एजेंसी से भी)

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